नदी पर नहीं है पुल, आठ किलोमीटर घूमकर शहर पहुंचते हैं साहुगढ़ के लोग
मधेपुरा। नदी पर पुल नहीं रहने के कारण साहुगढ़ के लोगों को आठ किलोमीटर की अधिक द
मधेपुरा। नदी पर पुल नहीं रहने के कारण साहुगढ़ के लोगों को आठ किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। कई बार पुल निर्माण की घोषणा हुई। आश्वासन दिए गए। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। स्थिति जस की तस। नगर परिषद व साहुगढ़ पंचायत के बीच स्थित नदी पर आज तक पुल का निर्माण नहीं हुआ है। चुनाव के समय में सभी दिग्गज नेता यहां आते हैं लोगों से लुभावना वादा करते हैं। चुनाव बाद भूल जाते हैं। यहां बसे लोगों का कहना है कि नगर परिषद एवं साहुगढ़ पंचायत के बीच आने वाले इस नदी को देखने कई नेता आए परंतु किसी ने इसका सामाधन नहीं किया। रास्ता पार करने के लिए लोगों को नदी से होकर हमलोगों को गुजरना पड़ता है। बारिश के समय में सड़क और नदी में कोई अंतर ही समझ नहीं आता है।
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चुनाव के समय ही पहुंचते हैं नेता स्थानीय लोगों का कहना है कि सभी नेता यहां बस चुनाव के दौरान ही नजर आते हैं। स्थित देखकर आश्वासन देते हैं। स्थानीय लोग समस्या बताते हैं। लेकिन इस दिशा में आज तक सार्थक पहल नहीं किया गया। अब तो लोगों कहना है कि नेता को सिर्फ वोट चाहिए। काम होना तो है ही नहीं। बरसात में सड़क और नदी हो जाता है एक साहुगढ़ पंचायत निवासी एवं वार्ड संख्या एक निवासी संतोष कुमार, पिटू कुमार, नरेश कुमार, राकेश कुमार, बुद्धदेव यादव, सरिता देवी ने नेताओं के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि नेताओं को सिर्फ चुनाव में ही हमारी याद आती है। बरसात के महीने में नदी में पानी भर जाता है। नदी में उफान होने के कारण पानी सड़क पर बहने लगता है। जिससे इस रास्ते से आना-जाना काफी मुश्किल भरा हो जाता है। सड़क एवं नदी के बीच कोई अंतर ही पता नहीं चल पाता है।