सफाई नहीं हाने से शहर में गंदगी का अंबार
मधेपुरा। नगर परिषद क्षेत्र का हाल बेहाल है। नागरिक सुविधाओं की स्थिति ठीक नहीं है। सड़
मधेपुरा। नगर परिषद क्षेत्र का हाल बेहाल है। नागरिक सुविधाओं की स्थिति ठीक नहीं है। सड़क पर कूड़े का अंबार तो सड़कों पर नाला का पानी बह रहा है। जगह-जगह कचड़ा जमा होने के कारण शहर बदहाल दिख रहा है। मधेपुरा होटल, पूर्णिया गोला चौक, पुरानी बाजार, कॉलेज चौक, बस स्टैण्ड सहित मुख्य स्थानों पर कूड़ा पसरा हुआ था। शहर के स्टेशन परिसर, कर्पूरी चौक इत्यादि स्थानों पर कूड़ों का अंबार लगा है। सफाई नहीं होने से शहर काफी खराब स्थिति में है। यद्यपि नप के कर्मचारी का कहना है कि सफाई कर्मी लगातार छह दिनों से सफाई कार्य पर नहीं जा रहें हैं। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनलोगों का पूर्ण रूप से स्थायीकरण कर बहाल नहीं किया जाएगा। तब तक वे सभी शहर की साफ-सफाई नहीं करेंगे। वहीं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि स्वीपरों की बहाली के लिए विभाग से इस तरह की अनुमति अब तक प्रदान नहीं की गई है। फिलहाल शहर की सफाई एनजीओ के माध्यम से ही कराई जानी है। उन्होंने साफ कहा कि कि किसी भी सफाई कर्मचारी को सिर्फ एनजीओ के माध्यम से ही भुगतान किया जाना है। किसी भी सफाई कर्मचारी को नगर परिषद द्वारा फिलहाल अगले आदेश तक बहाल नहीं किया जा सकता है। सफाई कर्मचारी के द्वारा सफाई व्यवस्था नहीं करने से स्थिति चरमराई हुई है। जबकि कूड़ा उठाव को लेकर दो एनजीओ कार्य कर रही है। इन एनजीओ को हर माह लाखों रुपये का भुगतान किया जाता है। शहर निवासी आशुतोष, विकास, नरेश, आकाश, संतोष आदि का कहना है कि शहर में सफाई व्यवस्था बंद होने से कचरा फैला हुआ है। सफाई कर्मचारी के लगातार पांच दिन से शहर की सफाई नहीं कर रहें हैं। शहर के कचड़ों की सफाई व्यवस्था शीघ्र करवाई जाएगी। शहर की सफाई एनजीओ के माध्यम से ही करवाई जानी है।
प्रवीण कुमार
कार्यपालक पदाधिकारी
नगर परिषद, मधेपुरा