केंद्र व राज्य सरकार प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने में विफल: प्रो. चंद्रशेखर
मधेपुरा। कोरोना के विरुद्ध जन जागरुकता यात्रा के दौरान मधेपुरा विधायक पूर्व मंत्री प्रो. चंद्रश्
मधेपुरा। कोरोना के विरुद्ध जन जागरुकता यात्रा के दौरान मधेपुरा विधायक पूर्व मंत्री प्रो. चंद्रशेखर मुरलीगंज प्रखंड के विष्णुपुर एवं खाड़ी पंचायत के तीनधारा केचुआहा गांव पहुंचे। यहां पर विधायक ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चर्चा की। लोगों को संक्रमण से बचने के उपाय बताएं। लोगों से सजग रहने की अपील की। वहीं विधायक ने इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार पर विफलता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोनों सरकार प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने में विफल साबित रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रवासी मजदूरों को खाना तक नहीं खिला सकी। वहीं मजदूरों को घर वापस नहीं ला सका। भूख और कोरोना के भय से मजदूर विवश होकर हजारों किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर हुए। मां, बहनें रास्ते में प्रसव के लिए मजबूर हुई। सरकार आवाम को बेवससी में धकेल दिया। उस सरकार को भी बेवस कर सत्ता से बेदखल करने की जरूरत है।उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भीड़ भाड़ वाले जगह पर नहीं जाए। मास्क पहन कर ही घरों से बाहर निकले ।यह महामारी सत्ता के संरक्षण में हवाई जहाज वालों द्वारा लाया गया है। लेकिन सजा पैदल वाले भुगत रहे हैं। उन्होंने किसानों की समस्याओं पर भी सरकार के खिलाफ भरोसा निकला। उन्होंने कहा कि
कृषि पर आश्रित देश में अन्य दाता तबाह है। किसानों का मकई का फसल खेत और खलिहान में सर रहा है । कोई पूछने वाला नहीं है। कोरोना महामारी की आड़ में आरक्षण और सामाजिक न्याय के खिलाफ चल रहे षड़यंत्र से राजद पूरी तरह वाकिफ और लम्बी लड़ाई के लिए तैयार है। विधायक ने कहा
केंद्र सरकार के जातिवादी रवैये के कारण विगत तीन वर्षों से पिछड़ा अतिपिछड़ा वर्ग को संविधान प्रदत्त आरक्षण से वंचित किया जा रहा है। दिन दहाड़े आरक्षण की धज्जियां उड़ाई जा रही है। संविधान और आरक्षण विरोधी एनडीए सरकार सामने से वार नहीं करते हैं। दूसरे, माध्यम से दलितों पिछड़ों के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने ने कहा नीतीश हटाओ बिहार बचाओ। मौके पर जिला राजद महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव कला कुमारी, प्रधान महासचिव, मु. नजीर उद्दीन नूरी,पूर्व मुखिया जीवछ मंडल, प्रो. शक्ति सिंह ,चंद्रदेव मंडल, शम्भू यादव ,खोखा यादव, विमल कुमार भारती, अशोक चौधरी, रणधीर यादव आदि मौजूद थे।