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सिंहेश्वर व शंकपुर से 72 प्रतिशत मुखिया को जनता ने नकारा

मधेपुरा। सिंहेश्वर व शंकरपुर के पंचायत चुनाव में अधिकांश निवर्तमान मुखिया को जनता ने नकार

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 06:59 PM (IST)
सिंहेश्वर व शंकपुर से 72 प्रतिशत मुखिया को जनता ने नकारा
सिंहेश्वर व शंकपुर से 72 प्रतिशत मुखिया को जनता ने नकारा

मधेपुरा। सिंहेश्वर व शंकरपुर के पंचायत चुनाव में अधिकांश निवर्तमान मुखिया को जनता ने नकार दिया है। दोनों प्रखंड के 21 पंचायत के चुनाव परिणाम में छह निवर्तमान मुखिया ही अपनी कुर्सी बचा पाए। कई जगहों पर तो निवर्तमान मुखिया रेस से ही बाहर रहे। उन्हें तीसरा या चौथा स्थान से संतोष करना पड़ा। सिंहेश्वर प्रखंड के 12 पंचायत में चार निवर्तमान मुखिया अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। जबकि शंकरपुर प्रखंड के नौ में से मात्र दो निवर्तमान मुखिया ही अपनी कुर्सी बचा सके। सिंहेश्वर में 12 में से चार ने बचाई अपनी कुर्सी सिंहेश्वर प्रखंड के सुखासन, जजहट सबैला, बेहरी व दुलार पिपराही पंचायत के मुखिया अपनी कुर्सी दुबारा बचाने में सफल रहे। सुखासन मुखिया किशोर कुमार पप्पू न अच्छे खासे मतों से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गोपाल यादव को 948 मतों से पराजित किया। वहीं दुलार पिपराही के निवर्तमान मुखिया पप्पू यादव भी अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी पूर्व मुखिया श्यामदेव ऋषिदेव को 61 मतों से हराया। वहीं जजहट सबैला पंचायत से निवर्तमान मुखिया चांदनी खातून ने 377 मतों से निकटतम प्रतिद्वंदी पार्वती देवी को 377 मतों से हराकर कुर्सी बचाने में सफल रही। बीते चुनाव में प्रखंड में रिकार्ड मत से जितने वाली मुखिया चांदनी खातून इस बार उतनी मतों से नही जीत पाई। कड़े संघर्ष का हुए मुकाबले में इन्हें 377 मतों से जीत मिली। बेहरी पंचायत से निवर्तमान मुखिया शेखर गुप्ता भी अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। ये 331 मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मु. हदीस खान को पराजित कर लगातार दूसरी बार मुखिया बनने में सफल रहे। निवर्तमान मुखिया को 1400 मत मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी को 1069 मत मिला।

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तीन मुखिया रहे दूसरे स्थान पर, एक चौथे स्थान पर सिंहेश्वर प्रखंड के तीन निवर्तमान मुखिया दूसरे स्थान पर रहे। कमरगामा, पटोरी व भवानीपुर पंचायत के निवर्तमान मुखिया दूसरे स्थान पर रहे। भवानीपुर से दो बार मुखिया रहे प्रमोद कुमार मिश्र 301 मतों से प्रवीण कुमार से पराजित हुए। वहीं कमरगामा पंचायत के निवर्तमान मुखिया रामप्रसाद शर्मा 600 मतों से जयकृष्ण शर्मा से पराजित हुए। वहीं लालपुर सरोपट्टी पंचायत की निवर्तमान मुखिया पिकी देवी न सिर्फ चुनाव हारी बल्कि वो कही रेस में भी नहीं रही। वह तीसरे स्थान पर रही। निर्वाचित मुखिया मुंद्रिका देवी को जहां 3084 मत मिला वही निवर्तमान मुखिया पिकी देवी को महज 482 मतों से ही संतोष करना पड़ा। मानपुर, रूपौली व रामपट्टी पंचायत के निवर्तमान मुखिया को तीसरे स्थान पर रहना पड़ा। मानपुर मुखिया पूनम देवी तीसरे स्थान पर रही। पंचायत से रामवती देवी 841 मत लाकर मुखिया चुनी गई। वहीं रूपौली में भी निवर्तमान मुखिया मंजूर आलम तीसरे स्थान पर रहे। यहां अमिता देवी 1235 मत लाकर चुनाव जीतने में सफल रही। रामपट्टी पंचायत से निवर्तमान मुखिया किशोरी प्रसाद सिंह भी तीसरे स्थान पर रहे। पूर्व मुखिया विजय सिंह 656 मत लेकर यहां से चुनाव जीतने में सफल रहे। जबकि 625 मत लाने वाले बबलू ऋषिदेव यहां दूसरे स्थान पर रहे।

शंकरपुर के दो मुखिया ही बचा पाए कुर्सी शंकरपुर प्रखंड के नौ पंचायत मे से दो मुखिया ही अपनी कुर्सी बचा पाए। बेहरारी से निवर्तमान मुखिया प्रेमलता कुमारी व गिद्धा पंचायत से निवर्तमान मुखिया बिरेंद्र शर्मा ही दोबारा जीत दर्ज कर अपनी कुर्सी बचाने मे सफल रहे। वहीं सात पंचायत मौरा कवियाही, मौरा झरकाहा, रामपुर लाही, परसा, सोनबर्षा, जिरवा मधैली व रायभीर से नया उम्मीदवार मुखिया पद पर विजयी रहे।


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