आत्मनिर्भर होंगी महिलाएं तो बदलेगा समाज : बीडीओ
-सोनवर्षा में महिलाओं को प्रशिक्षण को लेकर कार्यशाला का हुआ शुभारंभ ------------------
-सोनवर्षा में महिलाओं को प्रशिक्षण को लेकर कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
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संवाद सूत्र, आलमनगर (मधेपुरा): प्रखंड के आलमनगर उत्तरी पंचायत के सोनवर्षा स्थित बाढ़ आश्रम परिसर में गूंज संस्था के द्वारा ट्रे¨नग सेंटर सह कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। शुभारंभ प्रखंड विकास पदाधिकारी परवेज आलम ने फीता काटकर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गूंज संस्था के द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो या सराहनीय कदम उठाया गया है। वह काबिले तारीफ है। इससे इस क्षेत्र की महिला घर की काम करते हुए अपने आत्मबल पर आगे बढ़ने का कार्य करेगी। गूंज के राज्य समन्वयक शिवाजी चतुर्वेदी ने कहा कि महिलाओं के द्वारा निर्माण किए गए सामानों को आपदा से पीड़ित परिवारों के बीच नि:शुल्क वितरण की जाती है। महिला कुंदन देवी ने बताया कि वह लगभग पांच वर्षों से गूंज संस्था से जुड़कर सम्मान पूर्वक अपना जीवन यापन कर रही है। गूंज संस्थान में ली गई ट्रे¨नग के माध्यम से वह कपड़े सीने के लिए खुद तो जानती ही है दूसरों को भी सिलाई का ट्रे¨नग देती है। इससे अच्छी खासी खासी आमदनी भी हो जाती है। आलमनगर प्रखंड के आलमनगर दक्षिणी पंचायत के वार्ड नंबर चार निवासी श्रेष्ठा देवी ने बताया कि वह वर्ष 2013 से गूंज संस्था के माध्यम से कपड़े सिलाई का कार्य करने की ट्रे¨नग लिया। इसके बाद वह अपने घर में रहकर आसपास के लोगों को कपड़े सीने के साथ-साथ गूंज संस्था के द्वारा ही अभी दूसरे को ट्रे¨नग देने का कार्य कर रही है। आलम नगर दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या सात की प्रतिभा देवी ने बताया कि वह भी छह सालों से गूंज संस्था के माध्यम से ली गई ट्रे¨नग से समाज में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ परिवार में सम्मान पूर्वक अपना जीवन यापन कर रही है। आलमनगर उत्तरी पंचायत के सोनबरसा गांव निवासी बीना कुमारी ने बताया कि उसका घर की माली स्थिति बहुत ही खराब थी। वह आगे पढ़ने में असमर्थ थी। कहीं काम नहीं मिल रहा था। गूंज संस्था के द्वारा सिलाई का ट्रे¨नग लेने के बाद आज संस्था में आने वाले महिलाओं को सिखाने के साथ साथ जीवन यापन कर रही है।