18 वर्ष तक के युवकों को मिलेगा तैराकी का प्रशिक्षण
लखीसराय। बाढ़ जैसी आपदा के समय जान-माल की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने जिले के पांच वर्ष से 18 वर
लखीसराय। बाढ़ जैसी आपदा के समय जान-माल की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने जिले के पांच वर्ष से 18 वर्ष तक के उम्र के युवकों को तैराकी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए प्रखंड एवं जिला स्तर पर तैराकी का अलग-अलग प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला स्तर पर तैराकी का प्रशिक्षण देने के लिए जिला अतिथि गृह के सामने के पोखर का चयन किया गया है। जबकि प्रखंड स्तर पर तैराकी का प्रशिक्षण देने के लिए सभी सीओ को अधिकृत किया गया है। उन्हें इसके लिए तालाब का चयन करने का भी निर्देश दिया गया है। एक अन्य निर्णय के तहत बड़हिया एवं पिपरिया प्रखंड अंतर्गत नदी के किनारे बसे परिवारों को तैराकी का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसे गोताखोर के रूप में तैयार कर गोताखोरी का सामान भी उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे कि बाढ़ जैसी आपदा के समय जान-माल की सुरक्षा की जा सके। तैराकी के लिए चयनित तालाब का होगा सौंदर्यीकरण
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जिला स्तर पर तैराकी के लिए चयनित जिला अतिथि गृह के सामने के पोखर की साफ-सफाई एवं सौंदर्यीकरण करने की योजना है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को इसके लिए निर्देश दिया गया है। उक्त तालाब में सुरक्षा की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है। सभी सीओ को संबंधित प्रखंड में तैराकी का प्रशिक्षण देने के लिए कम-से-कम एक-एक तालाब का चयन कर उसकी साफ-सफाई एवं सौंदर्यीकरण कर उसमें सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। क्या कहते हैं पदाधिकारी
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बाढ़ के समय जान-माल की सुरक्षा को लेकर पांच वर्ष से अठारह वर्ष तक के लोगों को तैराकी का प्रशिक्षण देने का निर्णय जिलास्तर पर लिया गया है। इसको लेकर जिला स्तर पर तालाब का भी चयन कर लिया गया है। अबतक राज्य से कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है। यही कारण है कि अबतक तैराकी का प्रशिक्षण देने को लेकर तालाबों की साफ-सफाई एवं सौंदर्यीकरण नहीं हो सका है। राज्य से निर्देश मिलते ही तैराकी का प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा।
- मंजू प्रसाद, आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी