न्याय की कुर्सी पर आसीन हुई श्वेता बढ़ा रही मान
लखीसराय । बड़हिया नगर क्षेत्र की रहने वाली श्वेता चौधरी न्याय की कुर्सी पर बैठकर भारतीय सं
लखीसराय । बड़हिया नगर क्षेत्र की रहने वाली श्वेता चौधरी न्याय की कुर्सी पर बैठकर भारतीय संविधान के अनुसार लोगों को न्याय देने का काम कर रही है। वह न सिर्फ बड़हिया जैसे छोटे नगर की मान बढ़ा रही है बल्कि महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बनी हुई है। श्वेता नारी सशक्तीकरण के नारे को सार्थक कर रही है। बिहार लोक सेवा आयोग की 30 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा 2019 में बड़हिया नगर की वार्ड संख्या 18 निवासी डॉ. अक्षयवट कुमार चौधरी एवं शैल देवी की कनिष्ठ पुत्री श्वेता चौधरी ने 32 वीं रैंक प्राप्त किया। श्वेता चौधरी उर्फ छोटी के दादा स्व. रामेश्वर चौधरी बड़हिया नगर के जाने माने व्यवसायी थे। वे बड़हिया में मास्टर साहब के नाम से मशहूर थे। श्वेता के पिता डॉ. अक्षयवट चौधरी सहरसा में चिकित्सक हैं तथा मां गृहिणी हैं। अपने चार भाई बहनों में छोटी रहने के कारण श्वेता का उपनाम छोटी भी है। वह पढ़ने लिखने में बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की है। घर के लोग बताते हैं कि वह बचपन में हमेशा कहती थी कि बड़ा होकर जज बनेगी। आज उसका सपना साकार हो गया। श्वेता वर्तमान में सिविल कोर्ट पटना में प्रोबेशनरी सिविल जज के पद पर कार्यरत हैं। वह न्याय की कुर्सी पर बैठकर ईमानदारी पूर्वक न्याय कर रही है। स्वजनों के अनुसार श्वेता 10 वीं की परीक्षा रांची के विशप वेस्टकोट गर्ल्स स्कूल से और 12 वीं की परीक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल हेहल रांची से पास की थी। बीकॉम की डिग्री पटना विश्वविद्यालय से ली। इसके बाद कंपनी सेक्रेटरी कैंपस लॉ सेंटर की परीक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास की थी। वहीं एलएलएम की परीक्षा हैदराबाद नालसर से पास किया। श्वेता चौधरी के पिता डॉ. अक्षयवट, चाचा अशोक कुमार चौधरी अरविद कुमार चौधरी, भूदेव चौधरी, उदय चौधरी आदि अपनी बेटी की इस सफलता पर गर्व महसूस करते हुए मां दुर्गा से उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।