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    Suryagarha Election Result: भूमिहार वोटों के बिखराव ने पार लगाई रामानंद की नैया, राजद के गढ़ों में भी हासिल की बढ़त

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 10:19 PM (IST)

    लखीसराय के सूर्यगढ़ा विधानसभा सीट पर जदयू के रामानंद मंडल ने 23861 वोटों से राजद के प्रेमसागर चौधरी को हराया। निर्दलीय रविशंकर प्रसाद सिंह तीसरे स्थान पर रहे। भूमिहार वोटों के बिखराव और राजद के गढ़ों में जदयू की बढ़त ने रामानंद की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में यादव समुदाय के मतदान से राजद के वोट शेयर में वृद्धि हुई।

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    लखीसराय के सूर्यगढ़ा विधानसभा सीट पर जदयू के रामानंद मंडल ने 23861 वोटों से राजद के प्रेमसागर चौधरी को हराया।

    जागरण संवाददाता, लखीसराय। सूर्यगढ़ा विधानसभा सीट से इस बार एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी रामानंद मंडल ने 23861 मतों के अंतर से जीत हासिल की। इस बार उन्होंने राजद के प्रेमसागर चौधरी को हराया। प्रेमसागर चौधरी को कुल 78107 वोट मिले। वहीं मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए मैदान में उतरे निर्दलीय प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद सिंह उर्फ अशोक सिंह को इस बार महज 38175 वोटों से संतोष करना पड़ा।

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    बता दें कि 2020 के चुनाव में रविशंकर प्रसाद सिंह को लोजपा के टिकट पर कुल 44797 वोट मिले थे। इस कारण उस चुनाव में जदयू के रामानंद मंडल को राजद के प्रह्लाद यादव के हाथों करीब 10 हजार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। रविशंकर प्रसाद सिंह के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दोबारा मैदान में उतरने से जदयू प्रत्याशी रामानंद मंडल की जीत एक बार फिर संदेह के घेरे में आ गई थी।

    हालांकि, इस बार भूमिहार वोटों के बिखराव और रविशंकर प्रसाद सिंह उर्फ अशोक सिंह द्वारा विश्वासघात का स्पष्ट रूप से जदयू उम्मीदवार रामानंद मंडल को फायदा हुआ, जिन्होंने 23,861 वोटों के अंतर से चुनाव जीता। गौरतलब है कि सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र में भूमिहार एकमात्र ऐसी जाति है जिसे सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। हालांकि, कुर्मी, धानुक और कोइरी समेत पिछड़ी जातियों की कुल संख्या भूमिहारों से ज्यादा है।

    वहीं दूसरी ओर, राजद का गढ़ माने जाने वाले चानन प्रखंड क्षेत्र में जदयू उम्मीदवार रामानंद मंडल को उम्मीद से ज्यादा वोट मिले। बताया जाता है कि प्रह्लाद यादव के मैदान से हटने के कारण राजद के कट्टर समर्थकों ने भी राजद को कम वोट दिया। हालांकि, 2020 के चुनाव की तुलना में राजद के वोट शेयर में भी 16,000 से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई।

    राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में यादव समुदाय ने इस बार सबसे ज्यादा मतदान किया। इसने भी इस बार राजद के वोटों में बढ़ोतरी में योगदान दिया।