लॉकडाउन में आम के बगीचे का नहीं मिल रहा खरीदार
लखीसराय । कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए 70 दिनों से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है।
लखीसराय । कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए 70 दिनों से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। इससे सभी कारोबार प्रभावित हो रहे हैं। छोटे-बड़े कारोबारी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण किसानों को आम पेड़ का खरीदार नहीं मिल रहा है। प्रखंड क्षेत्र में 357 हेक्टेयर में आम की खेती की जाती है। आम की खेती से क्षेत्र के किसानों को लगभग पचास हजार से लेकर पांच लाख तक की आमदनी होती थी। क्षेत्र में अच्छे आम की फसल होने के कारण दूसरे जिले से कारोबारी आकर बगीचे की खरीदारी करते थे। लेकिन इस साल लॉकडाउन के कारण स्थानीय किसानों के बीच ही बगीचा की खरीद-बिक्री हुई। बाहरी व्यापारी के नहीं आने के कारण आम की उचित कीमत किसानों को नहीं मिल रही है। जबकि सूर्यगढ़ा प्रखंड से वृहत पैमाने पर आम का सप्लाई दूसरे राज्य तक किया जाता था। इन दिनों रोहण नक्षत्र प्रवेश कर जाने से बम्बई आम पकने लगा है। मालदह आम पकने के कगार पर पहुंच गया है। लेकिन आवागमन के अभाव में खरीदार नहीं मिलने के कारण किसानों की चिता बढ़ने लगी है। सलेमपुर निवासी किसान रामशेखा सिंह ने बताया कि लॉकडाउन लागू रहा तो किसानों को लाखों का नुकसान उठना पड़ सकता है।