एसआइ संजना बनी युवतियों के लिए रॉल मॉडल
लखीसराय । संजना कुमारी एक साधारण नाम जो गरीब परिवार में जन्म लेकर पढ़ाई कि और एक सुन
लखीसराय । संजना कुमारी एक साधारण नाम जो गरीब परिवार में जन्म लेकर पढ़ाई कि और एक सुनहरा सपना मन में संजोया। तमाम परेशानियों को झेलते हुए कठिन परिश्रम की और एकाग्रचित होकर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। संजना कुमार आज एसआइ संजना के नाम से जानी जाती है। वह तमाम लड़कियों के लिए रॉल मॉडल बनी हुई है। सूर्यगढ़ा प्रखंड के सलेमपुर निवासी रंजन कुमार सिंह की पुत्री संजना कुमारी अभी अपना प्रशिक्षण सिवान के नगर थाना में प्राप्त कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें नई जिम्मेदारी दी जाएगी। पढ़ाई के दौरान से ही कोमल मन और भाव की रहीं संजना आज भी वर्दी पहनने के बावजूद अंदर से वैसी ही हैं। अमूमन लोगों की नजर में पुलिस का जो चेहरा होता है उससे अलग संजना पीड़ितों की सेवा को अपना मिशन बना रखी है। एक प्रशिक्षु दारोगा के रूप में अभी से ही कर्तव्य के प्रति अपनी वफादारी के कारण यह वरीय अधिकारियों की भी प्रशंसा के पात्र बन गई हैं। संजना 2009 में प्लस टू परियोजना उच्च विद्यालय सूर्यगढ़ा से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की थी। उस समय इस विद्यालय को प्लस टू का दर्जा नहीं मिलने के कारण इंटर की पढ़ाई एसएम कॉलेज भागलपुर से पूरी की। इसके बाद मगध विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करने के साथ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने लगी। बीपीएससी के लक्ष्य को लेकर आगे चली संजना के बारे आश्चर्य की बात तो यह है कि खुद ट्यूशन करके अपनी पढ़ाई का खर्च निकालती रही। आर्थिक जरूरतों के लिए महिला सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल हुई और पास करके नौकरी भी की लेकिन उसके लक्ष्य और सपने तो कुछ और रहे। नौकरी और पढ़ाई एक साथ चलती रही और दारोगा भर्ती परीक्षा में सफल हो गई। राजगीर में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अब बिहार के ही सिवान नगर थाना में बतौर प्रशिक्षु दारोगा के पद पर कार्य कर रही हैं। संजना बताती हैं कि आगे अभी अपने लक्ष्य को छोड़ा नहीं है। समय ने यदि साथ दिया तो वह एसआइ संजना से डीएसपी संजना बनकर वैसी युवतियों को संदेश देना चाहूंगी जो बाधाओं को आगे रखकर लक्ष्य को पीछे रखती रही हैं।