लेवी के लिए पहले से अल्टीमेटम दे रहे थे नक्सली, चानन में फिर से दहशत
लखीसराय । नक्सलियों ने काफी दिनों के इंतजार के बाद फिर से चानन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई
लखीसराय । नक्सलियों ने काफी दिनों के इंतजार के बाद फिर से चानन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। समय पर लेवी जमा नहीं करने पर माओवादी दस्ता ने मननपुर बस्ती गांव में सोमवार की रात दस्तक दी। वहां के निवासी भलूई पंचायत के मुखिया गणेश रजक, उनका भगिना रवींद्र रजक व किसान राजेंद्र यादव को जबरन उठा ले गए। स्वजनों में दहशत इतना है कि किसी की जुबान नहीं खुल रही है। लेवी का इंतजार करके देने की शर्त पर नक्सलियों ने मुखिया के भगिना को मंगलवार की सुबह मुक्त कर दिया। लेकिन इधर गणेश रजक और राजेंद्र यादव के घर में कोहराम मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार नक्सलियों ने राजेंद्र यादव से दस लाख रुपये की लेवी की मांग दो माह पूर्व पत्र भेजकर की थी। लेकिन समय पर लेवी नहीं पहुंचाने पर नक्सली संगठन के वरीय नेता ने किसान राजेंद्र यादव को फोन कर जमुई जिले के चरकापत्थर में बुलाया था। वहां किसान राजेंद्र यादव ने नक्सली नेता से विनती आरजू करके लेवी देने का एक और समय मांगा था। अंतिम डेट लाइन खत्म हो जाने के बाद भी राजेंद्र यादव ने अपने वादे पूरे नहीं किए।
वहीं मुखिया गणेश रजक सरकारी योजना के क्रियान्वयन के एवज में तय की गई लेवी नक्सलियों तक नहीं पहुंचाई थी। यहां सभी पंचायत प्रतिनिधियों से तय लेवी की वसूली नक्सली करते आ रहे हैं। चर्चा है कि प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश मुखिया को फरवरी माह में ही नक्सलियों ने पत्र भेजकर 10 से 20 लाख तक की कमीशन की मांग की थी। इसके बाद फिर से समय तय की गई थी। लेकिन मुखिया ने समय का पालन नहीं किया। जानकारी हो कि मुखिया की नक्सलियों ने एक बार जान लेने का भी प्रयास किया था। उनके स्कार्पियो वाहन पर अंधाधुंध फायरिग कर दी गई थी। संयोग से मुखिया गणेश रजक वाहन में नहीं थे। उनके चालक के अलावा उस पर सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इधर नई घटना को लेकर क्षेत्र के अन्य पंचायत प्रतिनिधियों में खौफ समा गया है। पूछने के बाबत एसपी सुशील कुमार ने बताया कि एएसपी अभियान के नेतृत्व में पुलिस टीम छापामारी कर रही है।