लचर व्यवस्था के कारण प्रवासी मजदूर बन सकते हैं कोरोना बम
लखीसराय। गुरुवार को क्षेत्र के प्लस टू विद्यालय अमरपुर क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 120 प्रवा
लखीसराय। गुरुवार को क्षेत्र के प्लस टू विद्यालय अमरपुर क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 120 प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्वारंटाइन पूरा होने के बाद उनके स्वास्थ्य की जांच कर घर भेज दिया गया। गुरुवार को आयुष चिकित्सक प्रवीण कुमार ने सभी प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच की और 14 दिन पूरा कर चुके प्रवासी मजदूरों को सात दिन होम क्वारंटाइन में रहने के लिए कहकर सभी को घर भेज दिया। ज्ञात हो कि प्लस टू विद्यालय अमरपुर में 400 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। इसमें से 22 प्रवासी मजदूरों का कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल लेकर भेजा गया था। इसमें पांच प्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमित पाए गए। ऐसे में बिना कोरोना जांच कराए मजदूरों से घर भेजना कोरोना को आमंत्रण देने के बराबर है। प्रशासन के लचर रवैये से सूर्यगढ़ा प्रखंड के विभिन्न गांवों में अपने घर जा रहे प्रवासी मजदूर कोरोना बम साबित हो सकते हैं। चूंकि इसी तरह के दो मामले अभी सामने आ भी चुके हैं। भिड़हा गांव के दो युवकों को घर भेजे जाने के बाउ उसकी रिपोर्ट कोरोना संक्रमित पॉजिटिव मिली है। ऐसे में बड़ा खतरा से इन्कार नहीं किया जा सकता है। पूछने के बाबत डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि विभाग से जो निर्देश और गाइड लाइन उन्हें मिला है उसी के अनुसार काम किया जा रहा है।