चीख-पुकार के बीच यात्रियों को लूट रहे थे अपराधी
मुंगेर। नई दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस में बुधवार देर रात धनौरी उरैन के बीच पवई हॉल्
मुंगेर। नई दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस में बुधवार देर रात धनौरी उरैन के बीच पवई हॉल्ट दैताबांध के पास हुई लूटपाट की घटना का खौफनाक मंजर को बताते हुए यात्री रो पड़े। ट्रेन के जमालपुर जंक्शन पहुंचने पर यात्रियों ने दैनिक जागरण के साथ अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि चारों तरफ चीख पुकार मची हुई थी। चीख पुकार के बीच लुटेरे एक एक कर यात्रियों को लूट रहे थे। विरोध करने पर यात्रियों की बेरहमी से पिटाई कर रहे थे। बांका की सोनी शर्मा ने कहा कि किऊल से खुलकर ट्रेन लगभग 5 किलोमीटर ही आगे बढ़ी थी कि अचानक ट्रेन रुक गई। मैं स्लीपर क्लास में एस 11 के बर्थ नंबर 63 पर खिड़की के पास बैठी थी। दरवाजा भी बगल में ही था। ट्रेन के रुकते ही चार पांच लड़के मुंह में मफलर लपेटे प्रवेश किया। अपराधियों ने बागी में प्रवेश करते ही मेरे पैर पर डंडा दे मारा। मैं दर्द से कराह उठी। मैं जब तक कुछ समझती उन्होंने रिवाल्वर मेरे सीने पर रख दिया और मेरे अंगुली से सोने की अंगूठी, पर्स और मोबाइल ले लिया। बर्थ नंबर 64 पर सफर कर रहे भदैया गोड्डा के आलोक नाथ राम ने कहा कि मैं बैठकर मोबाइल देख रहा था। अचानक दो व्यक्ति आकर मेरा मोबाइल छीन लिया। उन लोगों ने मेरे कनपटी में दोनों तरफ से रिवाल्वर सटाकर मुझसे पैसे मांगने लगे। तीसरा लुटेरा बदहवास मुझे डंडे से पिटने लगा। मैंने अपना पर्स और मोबाइल दे दिया। परसा गोड्डा के छोटू यादव ने कहा कि मैं सीट से उठकर बाथरूम जा रहा था कि अचानक ट्रेन रुकी और झटके से 5 से 7 युवक डिब्बे में प्रवेश कर मुझे धक्का दे दिया और मेरे साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट करने लगा। मैं नीचे गिर गया। लुटेरों ने हथियार मेरे सीने पर रख कर पैसा मोबाइल छीन लिया। सभी एस 11 बोगी के अंदर 10 मिनट तक लूटपाट करता रहे। मनियारपुर नाथनगर भागलपुर के मणिकांत कुमार ने कहा कि मेरे बगल में एक 65 वर्षीय वृद्धा बैठी थी। उसके पास पैसे नहीं रहने पर लुटेरों ने पहले तो लप्पड़ थप्पड़ से पिटाई की। इसके बाद लाठी डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी। बांका के गौरव ने कहा कि मैं 67 नंबर बर्थ पर सोया हुआ था। अचानक चीख-पुकार सुनकर नीचे देखा तो मेरा कॉलर पकड़ कर मुझे नीचे खींच लिया। मैं धड़ाम से नीचे आ गिरा। उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट करते हुए मेरा मोबाइल पर्स ले लिया। बाद में बैग की भी जांच कर उसमें कीमती सामान निकाल लिया। एसी कोच में यात्रा कर रहे सुपौल के चंदन कुमार ने कहा कि 11 जनवरी को भागलपुर में आरपीएफ की परीक्षा देने के लिए आ रहा था। मैं अपने बगल में बैठे यात्री के साथ बातचीत कर रहा था कि अचानक चार पांच लड़के मारने लगे। सबके हाथ में हथियार था। उन लोगों ने कनपटी में रिवाल्वर सटा कर पैसे निकालने को कहा, मैंने उन्हें सारे पैसे दे दिए। एसी बोगी में ही सफर कर रहे ऋषि कुमार ने कहा कि मैं बाथरूम से निकल कर अपने सीट पर जा रहा था कि धड़ाम से गेट खुला और उसके अंदर हथियार चाकू लहराते तीन चार लड़के घुस आए। मुझे चाकू सटाते हुए पैसे और कीमती सामान देने को कहा। लुटेरों ने पूरे बोगी में दो से तीन बार चक्कर लगाया और सभी यात्रियों को कहा कि कोई मोबाइल फोन करोगे तो गोली मार देंगे। एस फोर स्लीपर क्लास में यात्रा कर रहे कटिहार के सरोज कुमार मंडल ने कहा कि ट्रेन लूट की सूचना एस 10 में यात्रा कर रहे मित्र ने फोर कर दिया। मित्र ने बताया कि मेरे डिब्बे में डकैती हो रही है। तुम लोग अपना बागी को बंद कर लो। हम लोग अपने डब्बे के प्रवेश द्वार को जाकर बंद कर दिया। जिसको जो मिला रस्सी से गेट को अच्छी तरह बंद कर लिया। यहां तक की अटैची बैग में लगे ताले को भी निकाल कर हम लोगों ने लगा दिया। पूरे 1 घंटे तक हम लोग डब्बे में बंद रहे। थोड़ी सी भी खटखटाहट की आवाज होने पर हमलोग सहम जाते थे। पूरे बोगी में सन्नटा था। कोई कुछ नहीं बोल रहा था। सभी खामोश थे। डेढ़ घंटे बाद दरवाजा खटखटाने की आवाज आई और बाहर से पुलिस पुलिस की आवाज आई तो हम लोगों को जान में जान आई। बांका की ही रानी देवी ने रोते रोते कहा कि लुटेरों ने मेरा सुहाग की निशानी मंगल सूत्र भी छिन लिया। हाय लगे लुटेरों को।