व्यवसायी की हत्या कर सड़क पर फेंक दी लाश, पुलिस निष्क्रियता से भड़का जनाक्रोश
बिहार के लखीसराय में एक व्यवसायी की काटकर हत्या कर लाश सड़क पर फेंक दी गई। घटना करे लेकर पुलिस निष्क्रियता से जनाक्रोश भड़क गया। पूरी घटना जानने के लिए पढ़ें यह खबर।
लखीसराय [जेएनएन]। नक्सल प्रभावित कजरा थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी व्यवसायी (डीलर) विशुनदेव यादव की हत्या रविवार की देर रात गला रेतकर कर दी गई। डीलर खैरा गांव निवासी पूर्व मुखिया साधु यादव के चचेरे भाई थे। साधुशरण की हत्या कई वर्ष पहले नक्सलियों ने कर दी थी। उस समय डीलर ने भागकर अपनी जान बचाई थी। विशुनदेव की हत्या किन कारणों से किसने की है इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है, लेकिन इस वारदात में नक्सलियों का हाथ होने से इनकार नहीं किया जा रहा है।
देर रात की हत्या, सड़क पर फेंका मिला शव
खैरा गांव निवासी डीलर विशुनदेव यादव रविवार की शाम करीब आठ बजे मोटरसाइकल से लखीसराय जा रहे थे। खैरा-दैताबांध मुख्य सड़क पर पूर्व से घात लगाए अज्ञात अपराधियों ने उनकी बाइक रोक कर लाठी-डंडे व धारदार हथियार से प्रहार कर बेरहमी से हत्या कर दी।
देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर लखीसराय से परिजनों ने खैरा गांव स्थित घर पर फोन कर इसकी जानकारी दी। इसके बाद खैरा गांव में रह रहे परिजनों एवं ग्रामीणों ने उनकी खोजबीन शुरु की। इसी दौरान दैता बांध की ओर बढ़ने पर रास्ते में ही उनकी सड़क पर पड़ी लाश मिली। घटना स्थल पर उनकी बाइक गिरी पड़ी थी। वहां लाठी डंडे व कुलहाड़ी भी फेंके थे। परिजन लाश के साथ हत्या में प्रयुक्त हथियार को लेकर खैरा गांव चले गए।
सूचना देने पर भी समय पर नहीं पहुंची पुलिस, भड़के लोग
पुलिस को घटना की सूचना दी गई, लेकिन वह रात में नहीं पहुंची। सोमवार की सुबह जब कजरा थाना पुलिस पहुंची तो आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर उसे खदेड़ दिया। पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाह रही थी। लेकिन, परिजन शव सौंपने को तैयार नहीं थे। परिजनों का आरोप था कि हत्या की सूचना देने के बावजूद पुलिस एक दिन बाद पहुंची। घटना को लेकर गांव में तनाव का माहौल है।