आस्था की अंजुरी से सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित, महापर्व छठ संपन्न
लखीसराय । आस्था की अंजुरी से उदयाचलगामी भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही शनिवार
लखीसराय । आस्था की अंजुरी से उदयाचलगामी भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही शनिवार को लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ लखीसराय जिले में शांतिपूर्वक हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। घाटों पर छठ मैया के बजते गीतों से माहौल पूरी तरह छठमय बना रहा। मुख्यालय में किऊल नदी के विभिन्न घाटों, नया बाजार में अष्टघटी तालाब , संसार पोखर घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। स्थानीय छठ पूजा समिति द्वारा सभी घाटों पर व्रतियों के लिए शर्बत, चाय और बिस्कुट दि की व्यवस्था की गई थी। शहरी क्षेत्र में कई महिला वार्ड पार्षद और ग्रामीण क्षेत्रों में काफी संख्या में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों ने भी भगवान भाष्कर की उपासना किया। शुक्रवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने के बाद शनिवार की सुबह व्रती व श्रद्धालु घाटों पर भगवान भाष्कर के उगने का इंतजार करते रहे। सभी आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए थे। लेकिन आसमान में में धुंध रहने के कारण सूर्यदेव का काफी इंतजार के बाद सुबह सात बजे के बाद दर्शन हुआ। इसके बाद लोग दूध व जल से अर्घ्य अर्पित करने लगे। घाटों पर प्रतिबंध के बावजूद आतिशबाजी होती रही। पूजा समिति द्वारा मुख्य मार्ग से लेकर घाट तक फूल व रंगोली से सजाया गया था।पहली बार कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच छठ मनाया गया। संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन द्वारा घाटों पर भीड़ नही लगाने और अपने घरों में छठ पर्व मनाने की अपील का जिले में ज्यादा असर नहीं दिखा। घाटों पर उमड़ी भीड़ में न तो कोरोना का डर दिखा न ही शारीरिक दूरी का पालन हो पाया। मुश्किल से 15 से 20 फीसद व्रतियों ने अपने घर की छत और आंगन में कृत्रिम घाट पर अर्घ्य अर्पित किया। बड़हिया में गंगा घाट, हरुहर नदी घाट, जिला मुख्यालय में किऊल नदी स्थित विद्यापीठ चौक घाट पर नाव और गोताखोर से भीड़ पर नजर रखी जा रही थी। शहर के अष्टघटी तालाब में गहरा पानी रहने के कारण वहां मोटर वोट से पुलिस की टीम लाइफ जैकेट पहनकर गश्ती करती रही। कबैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में नया बाजार एरिया और पुरानी बाजार में लखीसराय थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह की निगरानी में सभी चौक चौराहे पर पुलिस बल मुस्तैद नजर आई ।