Lakhisarai News : कुख्यात इनामी नक्सली सुभग गिरफ्तार, पूछताछ में उगले कई राज
लखीसराय का पचास हजार का ईनामी हार्डकोर नक्सली सुभग साह को जमालपुर एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। साह पर 50 हजार के ईनाम था उसे सुभाष साह के नाम से भी पहचाना जाता है। वह कई बड़ी वारदातें अंजाम दे चुका है।
पीरी बाजार (लखीसराय), संसू। जमालपुर एसटीएफ ने नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के तेरे थाना क्षेत्र से 50 हजार के इनामी नक्सली सुभग साह उर्फ सुभाष साह को गिरफ्तार किया है। लखीसराय के एएसपी अभियान मोती लाल ने बताया कि हार्डकोर नक्सली सुभग साह कजरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत खैरा गांव का रहने वाला है। कजरा व चानन थाना क्षत्र में उसने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस लंबे समय से उसे खोज रही थी। पूछताछ में पुलिस को उसने कई अहम राज बताए हैं।
सुभग लखीसराय जिले की अब तक की सबसे बड़ी वारदात में शामिल था। 2010 में कजरा क्षेत्र स्थित राजघाट कोल में पुलिस की नक्सलियों के साथ झड़प हुई थी। उस घटना में कबैया थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष भूलन यादव सहित सात जवानों की हत्या कर दी गई थी।
तीन पुलिस कर्मियों का अपहरण भी कर लिया गया था। इनमें से बाद में एक पुलिसकर्मी लुकस टेटे की भी हत्या कर दी गई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान वोटिंग को प्रभावित करने के लिए नरोत्तमपुर कजरा कैंप के समीप विस्फोट कराया गया था।
इसके अलावा कजरा नरोत्तमपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप के जवान नक्सल विरोधी अभियान के दौरान बाहर कैंप कर रहे थे। इसी दौरान नरोत्तमपुर हाई स्कूल के भवन को डायनामाइट एवं सिलेंडर बम से उड़ा दिया गया था। विस्फोट के बाद कई सिलेंडर बम भी बरामद किए गए थे। इन दोनों घटनाओं में सुभग नामजद था।
चानन थाना क्षेत्र के कुंदर हाल्ट पर पटना-धनबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस पर नक्सलियों द्वारा हमला किया गया था। तब तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी, जिनमें एक दारोगा भी शामिल थे। चानन में ही गोपालपुर-कुंदर मुख्य सड़क के बीच हनुमानगढ़ी के पास बारूदी सुरंग विस्फोट मामले में भी वह नामजद है। गिरफ्तार सुभग साह ने पूछताछ के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।