28 से शुरू होगा 14 दिवसीय फाइलेरिया सर्वजन दवा सेवन
लखीसराय। फाइलेरिया की रोकथाम के लिए इसी माह की 28 तारीख से एमडीए (मास ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेश्
लखीसराय। फाइलेरिया की रोकथाम के लिए इसी माह की 28 तारीख से एमडीए (मास ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन) कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। 14 दिवसीय फाइलेरिया सर्वजन दवा सेवन का यह कार्यक्रम इस वर्ष 14 दिनों तक चलेगा। इस दौरान दो वर्ष से ऊपर के लोगों को दवा दी जाएगी। गर्भवती महिलाओं, दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गंभीर बीमारी के लोगों को यह दवा नहीं दी जाएगी। प्रत्येक क्षेत्र में दो-दो आशा कार्यकर्ता को फील्ड में दवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी रहेगी। दवा खिलाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है। इस दौरान जिले में 12 लाख 7 हजार 258 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय परिसर में आयोजित मीडिया कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ. आत्मानंद कुमार ने मीडिया कर्मियों को इसकी जानकारी दी। सिविल सर्जन ने बताया कि 28 सितंबर से जिले में कोविड-19 के सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए एमडीए अभियान शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान जिले के प्रत्येक घर तक आशा कार्यकर्ता फाइलेरिया की दवा के साथ अल्बेंडाजोल की दवा खिलाएंगी। मीडिया कार्यशाला में एसीएमओ डॉक्टर देवेन्द्र चौधरी, पीसीआइ के समन्वयक प्रिस कुमार, सीफार संस्था के राज्य प्रलेखन और प्रशिक्षण अधिकारी सरिता मलिक, मंडल समन्वयक श्याम त्रिपुरारी के अलावा अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
========
स्वास्थ्य टीम गठित, निर्धारित मात्रा में दी जाएगी दवा
कार्यशाला में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए 61 पर्यवेक्षकों, 1,218 दवा वितरकों और 609 दलों के साथ स्वास्थ्य टीम का गठन किया गया है। अभियान के दौरान दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को डाई इथाइल कार्बामाजिन (डीईसी) एवं अल्बेंडाजोल दवा की खुराक दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। एल्बेंडाजोल की दवा को चबाकर खाना है।
========
घातक रोग है फाइलेरिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन के जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ. शांतनु सेन ने बताया कि इस बीमारी से जुड़ी विकलांगता जैसे ब्रंक्रोफटियन फाइलेरिया में विभिन्न अंगों में सूजन के साथ हाइड्रोसील (अंडकोष की थैली में सूजन) तथा ब्रजीयन फाइलेरिया में हाथी पांव और घुटने के नीचे पैर प्रभावित होते हैं। यह एक घातक रोग है। इसके कारण पीड़ित को काफी समस्याओं को सामना करना पड़ता है। इसकी दवा लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया की दवा खाली पेट नहीं खानी चाहिए। साथ ही गर्भवती और दो वर्ष से कम वर्ष के बच्चों को दवा का सेवन नहीं करना है। उन्होंने बताया कि दवा सेवन से जी मतलाना, हल्का सिर दर्द एवं हल्का बुखार हो सकता है जो शरीर में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी के मरने के कारण होता है। इसलिए दवा का साइड इफेक्ट मरीज के हित में ही है।
========
अभियान से जुड़े कर्मियों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
सर्वजन दवा सेवन अभियान में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को विभाग द्वारा प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। दवा वितरकों को 200 घरों में दवा खिलाने पर एकमुश्त 2,400 रुपये, पर्यवेक्षकों को 175 रुपये प्रतिदिन की दर से राशि मिलेगी। जिले में 12,00,320 डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा आपूर्ति की गई है, जिसे सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में वितरित कर दिया गया है।