मिल्की-अभयपुर सड़क से एक लेयर मेटल गायब, देखते रह गए अभियंता
लखीसराय। सूर्यगढ़ा प्रखंड में एनएच और अभयपुर रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली एनएच
लखीसराय। सूर्यगढ़ा प्रखंड में एनएच और अभयपुर रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली एनएच 80 मिल्की-अभयपुर सड़क का निर्माण कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2006-07 में केंद्रीय एजेंसी एनबीसीसी के द्वारा करीब पौने तीन करोड़ की लागत से किया गया था। उक्त सड़क के निर्माण के बाद मेदनीचौकी क्षेत्र सहित मुंगेर जिले के बाहाचौकी, सुंदरपुर, दुर्गापुर, हेमजापुर सहित दर्जनों गांवों की पचास हजार से अधिक की आबादी को ट्रेन यातायात के लिए अभयपुर रेलवे स्टेशन जाने-आने में सहूलियत होने लगी थी। उधर रेलवे लाइन के लोगों का भी सीधा संपर्क एनएच से हो गया था। लेकिन सड़क लो लैंड एरिया में होने की वजह से बरसात के दिनों में तीन महीने तक जल जमाव के कारण ध्वस्त हो गई। 2018 मई को जब जल संसाधन व योजना एवं विकास विभाग के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री शैलेश कुमार तथा क्षेत्रीय विधायक प्रहलाद यादव द्वारा उक्त सड़क का शिलान्यास किया गया। सड़क निर्माण कार्य शुरू भी किया गया लेकिन इसकी गुणवत्ता को लेकर किसी ने सुध लेना मुनासिब नहीं समझा। इसी का नतीजा है कि सड़क निर्माण में लगे संवेदक द्वारा घोर अनियमितता बरती जा रही है।
जागरण की पड़ताल में उजागर हुआ की संवेदक द्वारा एक लेयर मेटल की चोरी कर ली गई और विभागीय अभियंता देखते रह गए। जबकि लोगों कि शिकायत है कि पीसीसी सड़क के निर्माण में शेखपुरा का चिप्स का इस्तेमाल किया गया जबकि लखीसराय की सभी सड़कों में मिर्जाचौकी भागलपुर का चिप्स लगाने का प्राक्कलन में प्रावधान है। सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि संवेदक विरोध करने वाले ग्रामीणों को बिहार सरकार के विभागीय मंत्री सहित अन्य का भय दिखा कर कुछ नहीं होने की बात कहते रहे। इस कारण विभागीय अभियंताओं ने भी इस अनियमितता पर अपनी आंखें बद कर ली।