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आशा कार्यकर्ताओं की मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी हड़ताल

लखीसराय। आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने सहित 12 सूत्री मांगों को लेक

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 08:26 PM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 08:26 PM (IST)
आशा कार्यकर्ताओं की मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी हड़ताल
आशा कार्यकर्ताओं की मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी हड़ताल

लखीसराय। आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य आशा संघ संयुक्त संघर्ष समिति की घटक बिहार राज्य आशा संघ के आह्वान पर जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान चरणबद्ध आंदोलन के तहत आशा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना दिया। धरना की अध्यक्षता रूबी कुमारी ने की। आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेता रामस्वारथ ¨सह, आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की अर्चना कुमारी एवं नूतन कुमारी भी धरना दी। इस अवसर पर एटक के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद शर्मा ने कहा कि देश की ग्रामीण जन स्वास्थ्य सेवा आशा कार्यकर्ताओं के भरोसे चल रहा है। इसके बावजूद सरकार आशा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रही है। बार-बार मांग करने के बाद भी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। थकहार कर आशा कार्यकर्ता अनिश्चित कालीन हड़ताल करने को विवश हुई है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि देश में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने, मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, लोलियों, कालाजार, यक्ष्मा आदि बीमारियों पर अंकुश लगाने में आशा कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। परंतु नारी उत्थान का ¨ढढोरा पीटने वाली केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा आशा कार्यकर्ता सहित तमाम स्कीम वर्कर की उपेक्षा की जा रही है। सरकार की उदासीनता के कारण एटक के नेतृत्व में देश के तमाम मजदूरों ने 08 एवं 09 जनवरी को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इसके बावजूद सरकार उदासीन बनी रहती है तो देश के मजदूर केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का नारा देगी । 13 एवं 14 जनवरी को मुख्यमंत्री के सामने धरना दिया जाएगा। धरना के बाद पांच सदस्यीय शिष्टमंडल सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार से मिलकर मुख्यमंत्री को संबोधित उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। मांगों में आशा कार्यकर्ता को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिलने तक 18 हजार रुपये मासिक मानदेय देने, अस्पताल में आशा कार्यकर्ता के लिए अलग वार्ड बनाने, कार्यालय की व्यवस्था करने, बकाए प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने आदि मांगें शामिल है। प्रोत्साहन शिष्टमंडल में विभा कुमारी, रंजू कुमारी, सरिता कुमारी, किरण देवी एवं आशा सिन्हा शामिल थे। लखीसराय पीएचसी पर धरना देने वालों में आशा संघ की लखीसराय एवं चानन प्रखंड की किरण कुमारी, तारा कुमारी, मीरा कुमारी, रेखा कुमारी, चंचला कुमारी, सुमा कुमारी, उमा कुमारी, सरिता कुमारी आदि दर्जनों आशा कार्यकर्ता शामिल थे।

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