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केंद्र सरकार है किसान विरोधी, आत्महत्या कर रहे किसान : वीरेंद्र

लखीसराय। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सह बिहार कांग्रेस के प्रभारी वीरेंद्र ¨सह राठौर ने कहा कि केंद्र

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Jul 2018 07:28 PM (IST)Updated: Sun, 08 Jul 2018 07:28 PM (IST)
केंद्र सरकार है किसान विरोधी, आत्महत्या कर रहे किसान : वीरेंद्र
केंद्र सरकार है किसान विरोधी, आत्महत्या कर रहे किसान : वीरेंद्र

लखीसराय। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सह बिहार कांग्रेस के प्रभारी वीरेंद्र ¨सह राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण किसान आत्महत्या करने को विवश हो रहे हैं। श्री राठौर रविवार को पार्टी के जिला कार्यालय स्थानीय चितरंजन आश्रम में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गेहूं अधिप्राप्ति का समर्थन मूल्य 1,740 रुपये निर्धारित है। मार्च-अप्रैल माह में गेहूं फसल की तैयारी होने के बावजूद गेहूं अधिप्राप्ति करने की निर्धारित अंतिम तिथि 30 जून बीतने तक गेहूं अधिप्राप्ति नहीं की गई। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन ¨सह एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान दोनों बिहार के हैं। इसके बावजूद बिहार में गेहूं अधिप्राप्ति नहीं होना इस बात को दर्शाता है कि केंद्र सरकार जान बूझकर बिहार के किसानों की हालत खराब करना चाहती है। गेहूं अधिप्राप्ति नहीं होने के कारण किसान 1,100 से 1,200 रुपये ¨क्वटल की दर पर व्यापारियों के यहां गेहूं बेचने को विवश हुए। उन्होंने कहा कि दलहन फसल का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण जिले के किसान परेशान हैं। सरकार ने अबतक क्रय केंद्र खोलने की व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दिशा निर्देश पर पार्टी के बिहार में सत्ता में आने पर विगत चालीस वर्षों से चली आ रही फसल क्रय करने की व्यवस्था में पूरी तरह परिवर्तन किया जाएगा। किसानों से एक-एक दाना फसल का क्रय किया जाएगा। 48 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खाता में फसल की राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने फसल का दर निर्धारित करने के बाद डेढ़ गुणा फसल का दाम निर्धारित करने का ¨ढढोरा पीटने लगी। परंतु इसे देखने पर स्पष्ट हो गया कि मात्र सौ-दो सौ रुपये ¨क्वटल ही फसल का दाम बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए फसल की दर पर सहमत रहने अथवा असहमत रहने पर मुख्यमंत्री को चुप्पी तोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के तमाम मुद्दा को लेकर पंचायत स्तर तक जाएगी। इसके पूर्व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर संगठन को मजबूत बनाने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रभात कुमार, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव धनंजय मधु, छत्रपति यादव, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन कुमार, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय कुमार ¨सह, सुनील कुमार, महिला जिलाध्यक्ष तारिणी देवी, युवा जिलाध्यक्ष प्रभात कुमार, सेवादल के दिनेश कुमार ¨सह आदि मौजूद थे।

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