¨सहचक के खंभा तालाब में जल संचय करेंगे ग्रामीण
लखीसराय। जल संचय को लेकर 'दैनिक जागरण' के द्वारा चलाए जा रहे जलदान अभियान के तहत शुक्रवा
लखीसराय। जल संचय को लेकर 'दैनिक जागरण' के द्वारा चलाए जा रहे जलदान अभियान के तहत शुक्रवार को प्रखंड के लाखोचक पंचायत के नक्सल प्रभावित ¨सहचक गांव में गोष्ठी का आयोजन हुआ। पंचायत स्थित मुखिया कार्यालय के प्रांगण में पैक्स अध्यक्ष सह मुखिया प्रतिनिधि अशोक कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी में ¨सहचक गांव स्थित खंभा तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराकर उसमें जल संचय करने का संकल्प लिया गया। संगोष्ठी का संचालन पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि ललन कुमार मोदी ने किया। इस मौके पर अशोक कुमार यादव ने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि ¨सहचक गांव स्थित इकलौता खंभा तालाब अपना अस्तित्व खो रहा है। कुछ ग्रामीणों ने उसे अपने कब्जे में कर लिया है। इसे संवारने के लिए सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि तालाब में जल संचय करने से भू जल स्तर में कमी आएगी। इससे पशु, पक्षी के साथ ही आम आदमी को भी लाभ मिलेगा। इससे आने वाले समय में गांव में जल संकट नहीं होगा। गरीब किसानों के खेतों की ¨सचाई भी हो सकेगी। ग्रामीण सुरेश ¨वद, बालेश्वर यादव, संजीत कुमार, शंभू ¨वद, सुरेश साव, गोरेलाल ¨वद, छबीला यादव, करकु ¨वद, आनंदी यादव, जयनंदन यादव आदि ने एक स्वर से कहा कि लाखोचक पंचायत के सभी तालाबों को संरक्षित कर उसमें जल संचय का काम किया जाए। ¨सहचक गांव स्थित भतरीनवा आहर, काली स्थान आहर व राजा आहर कई वर्षों से अतिक्रमित है। उक्त आहर को अतिक्रमण मुक्त कराकर उसमें जल संचय किए जाने का संकल्प लिया गया। संगोष्ठी का संचालन कर रहे सरपंच प्रतिनिधि ललन कुमार मोदी ने कहा कि ¨सहचक गांव के बगल से ¨सहचक-मानो रजवाहा नहर गुजरी है जिसमें समय पर पानी नहीं आता है। इस कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि सरकारी स्तर पर प्रत्येक गांव में दो-दो तालाबों की खोदाई सरकारी जमीन पर करा दिया जाए तो उसमें वर्षा का पानी को संरक्षित कर जल संचय किया जा सकता है। उपस्थित ग्रामीणों ने संकल्प लेते हुए कहा कि हम सभी ग्रामीण जलदान कर जल संचय करने के लिए जागरूकता का काम करेंगे।