मेला में पुलिस का सिर फोड़ने वाला युवक थाना हाजत से छूटा
मेदनी चौकी थाना सुरक्षित व बाजार के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी पूरी ड्यूटी से रहे गायब दु
मेदनी चौकी थाना सुरक्षित व बाजार के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी पूरी ड्यूटी से रहे गायब
दुर्गा पूजा मेला में शांति भंग करने एवं पुलिस के साथ मारपीट करने वाला युवक थाने से छूटा संसू., मेदनी चौकी (लखीसराय) : लोगों को सुरक्षा देने वाली पुलिस इन दिनों खुद असुरक्षा में जी रही है। दुर्गा पूजा मेला में भीड़ को नियंत्रित करने एवं लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती दंडाधिकारी के नेतृत्व में की गई थी। बावजूद मेदनी चौकी दुर्गा स्थान में पुलिस की मौजूदगी में मेला में गत सात अक्टूबर सोमवार की रात असामाजिक तत्वों ने खूब बवाल किया। पुलिस ने जब उसे शांत करने का प्रयास किया तो दोनों में झड़प हो गई। पुलिस ने जब लाठी चार्ज किया तो असामाजिक तत्वों ने एक पुलिस अधिकारी का सिर फोड़ दिया। लहूलुहान पुलिस अधिकारी का तत्काल स्थानीय निजी क्लीनिक में इलाज कराया गया। पुलिस ने इस आरोप में एक को गिरफ्तार भी किया। लेकिन आश्चर्य की बात है कि जिस आरोपित को अगले दिन जेल जाना चाहिए था उसे हाजत से ही छोड़ दिया गया। इसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। आम लोग यह सवाल कर रहे हैं कि पुलिस का सिर फोड़ने वाला युवक जब थाने के हाजत से छूट सकता है तो आम आदमी के साथ गलत बर्ताव करने वाले आपराधिक किस्म वाले लोगों के साथ पुलिस क्या करेगी। इस मेला के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी जिला मत्स्य पदाधिकारी अजय कुमार भी अपनी ड्यूटी से नदारद रहे। इस बाबत थानाध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा ने बताया कि जख्मी पुलिस पदाधिकारी ने केस दर्ज करने से मना कर दिया इस कारण आरोपित को छोड़ दिया गया। मेदनी चौकी में मेला से गायब रहे प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
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संसू., मेदनी चौकी (लखीसराय) : जिले में शांतिपूर्ण दुर्गा पूजा मेला एवं प्रतिमा विसर्जन समाप्त होने पर जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। जिलाधिकारी शोभेंद्र कुमार चौधरी एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने इसको लेकर सभी अधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, कर्मियों एवं पुलिस बल को बधाई दी है। लेकिन आश्चर्य तो इस बात की है कि जिलाधिकारी ने सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण मेला के आयोजन को लेकर जिन दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की थी उनमें से अधिकांश ड्यूटी से फरार रहे। या यूं कहे कि संबंधित थानाध्यक्ष के मेल से वे कागजों पर ही ड्यूटी किए। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के संयुक्त आदेश पत्र के अनुसार मेदनी चौकी थाना सुरक्षित के लिए जिला गव्य विकास पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह को थानाध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा के साथ दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया था। जबकि मेदनी चौकी बाजार एवं दुर्गा स्थान के लिए जिला मत्स्य पदाधिकारी अजय कुमार को पुलिस अवर निरीक्षक कौशल किशोर सिंह के साथ दंडाधिकारी बनाया गया था। इनकी ड्यूटी 5 से 9 अक्टूबर तक के लिए की गई थी। लेकिन आश्चर्य की बात है कि सबसे अधिक भीड़ वाले दिन 7, 8 एवं 9 अक्टूबर को भी दोनों दंडाधिकारी ड्यूटी से नदारद रहे। बताया जा रहा है कि दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी को मेल में रखकर कागजों पर ड्यूटी करके घर चल दिए। इस बाबत जब दंडाधिकारियों के मोबाइल पर संपर्क किया गया तो एक का स्वीच आफ तो दूसरे का नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बताया गया। जब थानाध्यक्ष से इस बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा दंडाधिकारी बीमार हैं। लेकिन, दंडाधिकारी के बीमार रहने की जानकारी जिला मुख्यालय को नहीं थी। कोट
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मेला में अशांति फैलाने एवं पुलिस पदाधिकारी का सिर फोड़ने वाले असामाजिक तत्व को गिरफ्तारी के बाद हाजत से छोड़ देना बड़ी लापरवाही है। मेदनी चौकी थाना स्तर से उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं दी गई है। इस मामले की पड़ताल करके दोषी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। फरार दंडाधिकारी का मामला डीएम के क्षेत्राधीन है।
- सुशील कुमार, एसपी, लखीसराय