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महज प्लास्टिक के एक खिलौने के चलते गई किशोर-किशोरी की जान

निजामपुर के अंकित व निशा पानी में एक दूसरे के बचाव के क्रम में नहीं निकल पाए दोनों को नि

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 05:20 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 05:20 PM (IST)
महज प्लास्टिक के एक खिलौने के चलते गई किशोर-किशोरी की जान
महज प्लास्टिक के एक खिलौने के चलते गई किशोर-किशोरी की जान

निजामपुर के अंकित व निशा पानी में एक दूसरे के बचाव के क्रम में नहीं निकल पाए

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दोनों को निकालने के लिए पानी में घुसे संतोष को एक महिला ने किसी तरह बचाया संसू., बड़हिया (लखीसराय) : बड़हिया प्रखंड एवं नगर क्षेत्र में गंगा एवं हरुहर नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से आई बाढ़ ने अब तक आधा दर्जन लोगों की जान ले चुकी है। बुधवार को दुर्गा पूजा का मेला देखकर वीरूपुर से अपने घर लौट रहे निजामपुर के एक किशोरी व एक किशोर की मौत पानी मे डूबकर हो गई। उसके परिजनों के करुण क्रंदन से पूरा गांव गमगीन है। निजामपुर में दुर्गा पूजा का त्योहार मातम में बदल गया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के कई बच्चे वीरूपुर में दुर्गा पूजा मेला देखने गए थे। गांव की पश्चिम ग्रामीण सड़क से होकर सभी लोग मेला देखकर लौट रहे थे। सड़क के किनारे बाढ़ के पानी का बहाव हो रहा था। सड़क पर भी करीब दो फीट पानी का जमाव था जिससे होकर सभी आ रहे थे। इसी दौरान निजामपुर निवासी सिपिन साव का 13 वर्षीय पुत्र अंकित उर्फ सोनू के हाथ से प्लास्टिक का खिलौना पानी में गिर गया। उसे निकालने के चक्कर में वह फिसल कर सड़क किनारे गहरे पानी मे चला गया। उसे बचाने के लिए साथ आ रही अमेरिका साव की 15 वर्षीय पुत्री निशा कुमारी भी गहरे पानी में कूद गई और वह भी डूबने लगी। निशा एवं अंकित को बचाने के लिए राजकुमार साव का 17 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार भी गहरे पानी में चला गया। उन दोनों को बचाने के क्रम में वह भी डूबने लगा। तभी मौके पर पहुंची एक महिला ने अपनी साड़ी खोलकर उसका एक किनारा पानी में फेंका जिसे पकड़कर वह बच सका। लेकिन हादसे में निशा एवं अंकित को नहीं बचाया जा सका। संतोष को सदर अस्पताल लखीसराय में प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर कर दिया गया है। ग्रामीणों ने आधे घंटे के अंदर दोनों मृतकों का शव गहरे पानी से बरामद कर लिया। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बच्चों को तैरना आता था लेकिन एक-दूसरे को पकड़ लेने के चक्कर में डूब गए। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव का अंतिम संस्कार मरांची गंगा घाट पर किया गया। मृतक अंकित को उसके बूढ़े दादा जगदीश साव ने तथा निशा को उसके छोटे भाई ने मुखाग्नि दी। उधर मंगलवार को तुर्केजनी निवासी स्व. कमलेश्वरी महतो के 40 वर्षीय पुत्र गेनौरी महतो की मौत स्नान करने के क्रम में डूबकर हो गई। उसकी पत्नी नीलम देवी के समक्ष अपने दो पुत्री एवं दो छोटे-छोटे पुत्र तथा एक गर्भ में पल रहे बच्चों का भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है। पीएलवी रामनंदन महतो ने सभी पीड़ित परिवार को आपदा की अनुदान राशि का भुगतान जल्द करने की मांग की है। इसके पूर्व 25 सितंबर को टाल के फदरपुर निवासी योगेंद्र महतो के 14 वर्षीय पुत्र अमरजीत कुमार, 30 सितंबर को बीहट, बेगूसराय निवासी उपेंद्र रजक के 13 वर्षीय पुत्र जादू कुमार एवं 3 अक्टूबर को लोहरा निवासी स्व. नरेश मोदी के 35 वर्षीय पुत्र जितेंद्र कुमार की मौत बाढ़ के पानी मे डूबकर हो चुकी है।


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