निवेदन समिति ने की विभिन्न विभाग की शिकायतों की जांच
शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की ढेरों मिली है शिकायतें संवाद सहयोगी, लखीसराय : जिला
शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की ढेरों मिली है शिकायतें
संवाद सहयोगी, लखीसराय : जिला अतिथि गृह में रविवार को विधानसभा निवेदन समिति अध्ययन दल दो के संयोजक मुन्द्रिका प्रसाद राय ने विधानसभा सत्र के क्रम में जिले के विधायकों द्वारा क्षेत्र की समस्याओं एवं विभिन्न विभाग की गड़बड़ी को लेकर दिए गए निवेदन के आलोक में शिकायतों की जांच की गई। इस दौरान विधानसभा निवेदन समिति के संयोजक द्वारा शिक्षा, ग्रामीण विकास, विद्युत, ¨सचाई आदि विभागों से संबंधित शिकायतों की जांच की गई। विधानसभा निवेदन समिति के संयोजक श्री राय ने बताया कि लखीसराय जिले से सबसे अधिक शिकायत शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की मिली है। शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का प्रमाण रविवार को विभिन्न समाचार पत्रों में छपी खबर से भी मिली है। शिक्षा विभाग के डीपीओ के भ्रष्ट एवं गलत नीति के कारण एक शिक्षिका विद्यालय में ही बेहोश हो गई। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में व्याप्त गड़बड़ी के संबंध में पूछने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी सुनयना कुमारी ने कहा कि उन्हें जिले के अन्य विभागीय पदाधिकारियों का सहयोग नहीं मिलता है। अकेली महिला कुछ नहीं कर पा रही है। विधानसभा निवेदन समिति के संयोजक ने बताया कि शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का रिपोर्ट निवेदन समिति के माध्यम से सरकार को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की भी ढेर सारी शिकायतें निवेदन समिति को मिली है। परंतु सूचना देने के बाद भी सिविल सर्जन अथवा उनके प्रतिनिधि निवेदन समिति की बैठक में नहीं आए। इस संबंध में भी सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उन्होंने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों द्वारा क्षेत्र की समस्या एवं विभिन्न विभाग की गड़बड़ियों को लेकर दिए गए निवेदन को सदन की सहमति से निवेदन कमेटी को उपलब्ध कराया जाता है। निवेदन कमेटी द्वारा विभाग के पदाधिकारी को बुलाकर शिकायतों की जांच कर उसका निष्पादन किया जाता है। शेष शिकायतों की जांच जिले में जाकर की जाती है। उन्होंने बताया कि विधानसभा निवेदन समिति के सभापति भाई वीरेन्द्र हैं। जबकि सुदर्शन, जीतेन्द्र कुमार, जीतेन्द्र कुमार राय एवं नरेन्द्र कुमार नीरज सदस्य हैं। परंतु वे अकेले ही लखीसराय आए हैं। बैठक में उप विकास आयुक्त विनय कुमार मंडल, डीआरडीए निदेशक शमीम अख्तर, श्रम अधीक्षक उमानाथ, डीईओ सुनयना कुमारी आदि मौजूद थे।