विद्यालय जांच में डीपीओ ने लगाई फटकार, बेहोश हुई प्रधान शिक्षिका
सहयोगी शिक्षकों ने पीएचसी रामगढ़ चौक में भर्ती कर शिक्षिका का कराया इलाज घटना को लेक
सहयोगी शिक्षकों ने पीएचसी रामगढ़ चौक में भर्ती कर शिक्षिका का कराया इलाज
घटना को लेकर शिक्षकों में एमडीएम डीपीओ के खिलाफ नाराजगी
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संवाद सहयोगी, लखीसराय : विद्यालय जांच के नाम पर अपनी विशेष कार्यशैली के लिए चर्चित एमडीएम डीपीओ रमेश पासवान द्वारा शनिवार को जिले के रामगढ़ चौक प्रखंड अंतर्गत उर्दू प्राथमिक विद्यालय नंदनामा में किए गए निरीक्षण के दौरान जो कुछ हुआ। उस घटना से शिक्षकों में एमडीएम डीपीओ के प्रति गहरा रोष व नाराजगी व्याप्त है। डीपीओ श्री पासवान ने निरीक्षण के दौरान विद्यालय की प्रधान निखित परवीन को इस कदर डांट फटकार लगाई कि डीपीओ के बर्ताव से विद्यालय प्रधान बेहोश होकर गिर पड़ी। शिक्षिका को अपने सामने बेहोश होकर गिरते देख डीपीओ विद्यालय से तुरंत निकल गए। विद्यालय की सहायक शिक्षिका नाजरा खातून एवं रसोइया घबरा गई। सहायक शिक्षिका ने बीआरपी वीरेंद्र कुमार एवं सीआरसीसी मनीष कुमार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद सीआरसीसी एवं नजदीक के विद्यालय के अन्य शिक्षक व शिक्षिका आनन फानन में विद्यालय पहुंचे। इसके बाद बेहोश शिक्षिका निखित परवीन को टेम्पो से पीएचसी रामगढ़ चौक लाकर भर्ती कराया। घटना की जानकारी मिलते ही अन्य विद्यालय के भी शिक्षक पीएचसी पहुंचे। पीएचसी में डॉ. विजय शंकर ¨सह ने शिक्षिका का इलाज किया। चिकित्सक के अनुसार गहरे सदमे के कारण शिक्षिका बेहोश हो गई। कई घंटे बाद शिक्षिका को होश आया। इसके बाद सहयोगी शिक्षकों ने शिक्षिका को घर पहुंचाया। विद्यालय की सहायक शिक्षिका नाजरा खातून ने बताया कि एमडीएम डीपीओ रमेश पासवान कुल पांच लोगों के साथ विद्यालय जांच के लिए आए थे। डीपीओ ने विद्यालय प्रधान निखित परवीन से वर्ष 2015 की टोला सेवक बहाली से संबंधित रजिस्टर मांगा। प्रधान शिक्षिका द्वारा डीपीओ को सभी रजिस्टर एवं जानकारी दी गई। डीपीओ ने प्रधान शिक्षिका पर रजिस्टर फाड़ने, फर्जी हस्ताक्षर करने, मनमाने ढंग से विद्यालय संचालन करने सहित कई गंभीर आरोप एवं अमर्यादित तरी़के से जमकर डांट फटकार करने लगे। जो प्रधान शिक्षिका निखित परवीन को बर्दाश्त नहीं हुआ और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। सहायक शिक्षिका ने कहा कि मेरे विद्यालय की प्रधान शिक्षिका के बेहोश होने के बाद डीपीओ अपने सभी सहयोगी के साथ वहां से चले गए। सीआरसीसी मनीष कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही विद्यालय पहुंचकर बेहोश प्रधान शिक्षिका को पीएचसी लाकर इलाज कराया। एमडीएम डीपीओ द्वारा जांच के दौरान प्रधान शिक्षिका के साथ सही ढंग से बर्ताव नहीं करने के कारण वह बेहोश हो गई। श्री कुमार ने कहा डीपीओ ने मानवता को भी ताक पर रख दिया। अपने सामने बेहोश गिरी शिक्षिका को इलाज कराने के बदले विद्यालय से भाग गए। इसकी शिकायत डीईओ से की जाएगी। उधर शिक्षक आनंदी महतो, सुभाष महतो, प्रवीण कुमार, मनीष कुमार, नूतन कुमारी, रंजीत कुमार, कमलनयन, मो. कलाम, नवीन कुमार आदि शिक्षिका के होश में आने तक पीएचसी में बैठे रहे।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
उर्दू प्राथमिक विद्यालय नंदनामा में टोला सेवक की बहाली मामले की जांच करने हम विद्यालय गए थे। विद्यालय की प्रभारी प्रधान निखित परवीन से हमने रजिस्टर मांगकर उसकी जांच की। जिसमे काफी अनियमितता पाई गई। रजिस्टर में अंकित हस्ताक्षर फर्जी पाया गया। इसके अलावा हमने शिक्षिका को कुछ नहीं कहा और वापस लौट गए।
रमेश पासवान, एमडीएम डीपीओ