किऊल-हरूहर नदी उफनाई, बाढ़ बढ़ने की आशंका से सहमे लोग
लखीसराय। रविवार की छुट्टी और शारदीय नवरात्र का पहला दिन भी लगातार बारिश की भेंट चढ़
लखीसराय। रविवार की छुट्टी और शारदीय नवरात्र का पहला दिन भी लगातार बारिश की भेंट चढ़ गई। पिछले कई दिनों से अधिक सर्वाधिक 83 एमएम बारिश हुई। जबकि शनिवार को सर्वाधिक 43 एमएम बारिश हुई थी। लगातार हो रहे मूसलधार बारिश से लखीसराय स्थित शांत पड़ी किऊल नदी उफान पर है। 24 घंटे के अंदर किऊल नदी में 3 से 4 फीट पानी बढ़ा है। नदी की उफान और बढ़ते जलस्तर देख शहरवासी बाढ़ की आशंका से सहमे हुए हैं। बारिश खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
प्रभारी आपदा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि बीते दिन दिनों से अधिक बारिश रविवार को दर्ज की गई है। अगले एक-दो दिन और मौसम खराब रहने का अनुमान है। बारिश के कारण बाढ़ प्रभावित बड़हिया एवं पिपरिया प्रखंड क्षेत्र के लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है। वहीं शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए भी बारिश आफत बन गयी है। शहर के हर मोहल्ले में जल जमाव से लोग परेशान हैं। वार्ड 9 पश्चिमी कार्यानंदनगर की स्थिति नारकीय बनी हुई है। पूरे मोहल्ले की सड़कों पर जल जमाव हो गया है। लोगों को आने जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है । पुरानी बाजार चितरंजन रोड प्रगति क्लासेज मोड़ के पास रोड पर पानी के साथ कचरा फैल गया है। वार्ड 6 एवं 7 स्थित धर्मरायचक, मंसूरचक मोहल्ले में भी बारिश का जमा पानी लोगों के लिए आफत बन गई है। नगर परिषद द्वारा पक्की गली नाली योजना के तहत जितना भी नाला निर्माण कराया गया है सभी अनुपयोगी बना हुआ है। कहीं भी नाला काम नहीं कर रहा है। मुख्यालय स्थित सरकारी कॉलनियों में रह रहे सरकारी कर्मियों के आवास में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है। डीएम के ओएस महेश प्रसाद ने बताया कि जलजमाव से कमरे में सांप और कई विषैले जीव जंतु निकल रहे हैं। पानी निकास की कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण आवासीय परिसर डूब गया है। उधर लगातार बारिश होने से समाहरणालय स्थित मनसिघा पैन भी पानी से भर गया है। सरकारी कार्यालयों में बारिश का पानी प्रवेश नहीं करे इसके लिए नगर परिषद द्वारा जेसीबी से पैन की सफाई की जा रही है। लेकिन शहर के विभिन्न वार्डों एवं मोहल्ले में भीषण जल जमाव रहने के बावजूद नगर परिषद ने अबतक कोई सुध नहीं ली है।