आधी रात से जाम रहा शहर, सोया रहा प्रशासनिक अमला
लखीसराय। बुधवार की आधी रात से ही लखीसराय शहर वाहनों के महाजाम से कराहता रहा। करीब दस घंटे तक मुख्याल
लखीसराय। बुधवार की आधी रात से ही लखीसराय शहर वाहनों के महाजाम से कराहता रहा। करीब दस घंटे तक मुख्यालय की सड़क पर वाहनों की लंबी कतार रुक-रुक कर रेंगती रही। गुरुवार को दिन के 11 बजे के बाद महाजाम से लोगों को निजात मिली। खास बात यह रही कि शहर में महाजाम लगा रहा और प्रशासनिक अमला गहरी नींद सोता रहा। जाम का असर शहर से बाहर एनएच 80 पर भी नजर आया। विद्यापीठ चौक से बालगुदर तक बालू, गिट्टी और कोयले लदे ट्रकों की लंबी लाइन लगी रही। इधर शहर में विद्यापीठ चौक से जमुई मोड़ तक करीब छह किलोमीटर दूरी तक मुख्य सड़क पर ट्रकों की लंबी कतार लगी रही। जानकारी के अनुसार बुधवार की रात 9 बजे नो इंट्री का वक्त खत्म होने के बाद रात करीब 1 बजे के बाद मुख्य मार्ग पर बालू लाने वाले ट्रक चालक एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में ओवरटेक करने लगे। देखते ही देखते मुख्य मार्ग पर जैसे तैसे ट्रक व अन्य वाहनों की कतार लग गई। जिसके कारण जाम लग गया। विद्यापीठ चौक से गढ़ी पुल तक स्थिति और भयावह बनी हुई थी। पुलिस के मना करने के बाद भी रात 8 बजे से ट्रक व अन्य वाहन चालकों ने ओवरटेक कर एनएच 80 को पूरी तरह जाम कर दिया। गुरुवार को जब सुबह हुई तो जाम महाजाम का रूप ले लिया था। शहर के नया बाजार बड़ी दुर्गा मंदिर के नजदीक मुख्य सड़क पर नो इंट्री जोन में स्थानीय कतिपय दुकानदार कई ट्रकों को खड़ा कर आलू, प्या•ा व अन्य खाद्यान्न के अलावे सीमेंट, छड़ को उतारने और लादने का काम सुबह सात बजे तक कराते रहे। जिसके कारण जाम विकराल रूप ले लिया। स्थानीय दुकानदारों की मनमानी एवं व्यवसायिक वाहनों के मुख्य सड़क पर अवैध पार्किंग नियमित रूप से रहने के कारण स्थिति रोज बिगड़ती जा रही है। सबकुछ जानकर भी स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासनिक अमला भी अनजान बना है। जाम के कारण डीएवी स्कूल की कई बसें नया बाजार में घंटों फंसी रही। बच्चे सुबह छह बजे के बदले 9 बजे स्कूल पहुंचे। गुरुवार को दिन के दस बजे के बाद भी जब जाम समाप्त नहीं हुआ तब स्थानीय दोनों थानों की पुलिस की नींद खुली। पुरानी बाजार में हरितवाल चौक के पास से ट्रैफिक रूट के बदल देने के बाद धीरे धीरे ट्रकों को निकाला गया। ट्रकों की लंबी कतार लगे रहने के कारण लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। वाहनों के लगातार बढ़ते दबाव, ट्रक चालकों की मनमानी एवं शहर में बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था के कारण शहर में जाम की समस्या एक गंभीर रूप ले लिया है।