बिहार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का आदेश हुआ तार-तार
लखीसराय। सरकारी व्यवस्था कागजों पर मुकम्मल साबित होती आ रही है। अपनी लाचारी को बच्चों के माथे पर मंढ
लखीसराय। सरकारी व्यवस्था कागजों पर मुकम्मल साबित होती आ रही है। अपनी लाचारी को बच्चों के माथे पर मंढ़ना नियति जैसी हो चली है। गुरुवार को ऐसा ही हुआ इंटरमीडिएट कॉलेज अमरपुर में प्रायोगिक परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं के साथ। शायद यह बिहार में पहली घटनाओं में एक है, जब बिहार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आदेश पारित किया, प्रवेश पत्र दिया और प्रायोगिक परीक्षा सेंटर पर शिक्षक और व्यवस्था की दुहाई देकर परीक्षा ही टाल दिया गया। विदित हो कि इंटरमीडिएट कॉलेज अमरपुर में प्लस पब्लिक हाईस्कूल सूर्यगढ़ा के लगभग 250 परीक्षार्थी, प्लस टू उच्च विद्यालय माणिकपुर के 64 परीक्षार्थी और प्लस टू उच्च विद्यालय अमरपुर के 148 परीक्षार्थी बिना परीक्षा दिए कड़ाके की ठंड में बैरंग लौटने को मजबूर हो गए। कपकपाती ठंड में बच्चों ने सुबह से ही सेंटर पर आना शुरू कर दिया। घंटों इंतजार के बाद पता चला कि आज परीक्षा नहीं ली जाएगी। दोपहर के लगभग 2 बजे बताया गया कि समूह बनाकर शुक्रवार से परीक्षा ली जाएगी। वाकई, व्यवस्था का लचर-पचर होना बिहार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की लापरवाही दर्शाती है।