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जलस्रोतों पर अतिक्रमण, जीर्णोद्धार के लिए बना 20 करोड़ का डीपीआर

जलस्रोतों पर अतिक्रमण जीर्णोद्धार के लिए बना 20 करोड़ का डीपीआर

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Aug 2022 07:34 PM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2022 07:34 PM (IST)
जलस्रोतों पर अतिक्रमण, जीर्णोद्धार के लिए बना 20 करोड़ का डीपीआर
जलस्रोतों पर अतिक्रमण, जीर्णोद्धार के लिए बना 20 करोड़ का डीपीआर

जलस्रोतों पर अतिक्रमण, जीर्णोद्धार के लिए बना 20 करोड़ का डीपीआर

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संवाद सहयोगी, लखीसराय : जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत पुराने जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने और जल संचयन को लेकर जिले में कार्य किए जा रहे हैं। एक से पांच एकड़ रकबा वाले तालाब, आहर, पइन का जीर्णोद्धार लघु सिंचाई विभाग के जिम्मे दी गई है। विभाग ने जिले में 14 पुराने जलस्रोतों को चिह्नित कर उसके जीर्णोद्धार के लिए 20 करोड़ का डीपीआर बनाया है। जिन जलस्रोतों का जीर्णोद्धार होना है उन सभी पर स्थायी अतिक्रमण है। लघु सिंचाई विभाग ने आठ पंचायतों में छह तालाब, पांच पइन और तीन आहर को चिह्नित करके उसके जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर बनाया है। साथ ही संबंधित अंचल के सीओ को संबंधित जलस्रोतों को अतिक्रमणमुक्त कर तालाब का एनओसी मांगा है ताकि उसका जीर्णोद्धार कराया जा सके।

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ग्रामीण क्षेत्र के इन तालाबों का होगा जीर्णोद्धार

- नंदनामा पंचायत में खंता पइन का जीर्णोद्धार कार्य।

- नंदनामा पुरवारी पइन का जीर्णोद्धार कार्य।

- नंदनामा बाबू स्थान तालाब का जीर्णोद्धार कार्य।

- नोनगढ़ पंचायत में गुणसागर तालाब का जीर्णोद्धार कार्य।

- महिसोना पंचायत में महिसोना पइन का जीर्णोद्धार कार्य।

- जानकीडीह पंचायत में नेउरा जोर पइन का जीर्णोद्धार कार्य।

- कसबा पंचायत में राज वहन पइन का जीर्णोद्धार कार्य।

- शरमा पंचायत में शरमा आहर का जीर्णोद्धार कार्य।

- मोहद्दीनगर पंचायत में मोहद्दीनगर आहर का जीर्णोद्धार कार्य।

- मोरमा पंचायत में मोरमा तालाब का जीर्णोद्धार कार्य।

- मोरमा पंचायत में लखमोहन तालाब पतनेर का जीर्णोद्धार कार्य।

- दामोदरपुर पंचायत में बिहरोरा तालाब का जीर्णोद्धार कार्य।

- दामोदरपुर पंचायत में औरैया तालाब का जीर्णोद्धार कार्य।

- हलसी पंचायत में प्रेमडीहा आहर का जीर्णोद्धार कार्य।

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जिले में एक से पांच एकड़ के 14 जलस्रोतों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इसके लिए 20 करोड़ का डीपीआर बनाकर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा गया है। जिस तालाब पर अस्थायी अतिक्रमण है पहले वहां काम कराया जाएगा। सभी सीओ को पत्र भेजकर अतिक्रमित जलस्रोतों को अतिक्रमणमुक्त कराने को कहा गया है। प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।

पवन कुमार, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग।


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