या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता.. की गूंज से माहौल भक्तिमय
लखीसराय । शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की साधना की ग
लखीसराय । शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की साधना की गई। दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। दुर्गा मंदिरों एवं घरों में देवी के भक्त पूरी आस्था के साथ शक्ति के देवी की पूजा आराधना में तल्लीन है। नवरात्र में या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नम: कि गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। मुख्यालय स्थित बड़ी बड़ी दुर्गा मंदिर में आचार्य पंडित महेंद्र मिश्रा की देखरेख में तीसरे दिन भी विधि विधान के साथ अनुष्ठान किया गया। छोटी दुर्गा मंदिर में आचार्य केशव जी द्वारा यजमान दिनेश पांडेय के हाथों थाना चौक स्थित श्री दुर्गा मंदिर में आचार्य घनश्याम पांडेय द्वारा यजमान शरदेंदु मोहन के हाथों और विद्यापीठ चौक स्थित महावीर दुर्गा मंदिर में आचार्य परमानंद पांडे द्वारा यजमान मनीष कुमार के हाथों माता चंद्रघंटा की पूजा आराधना और आरती पूजन हुई। आचार्य परमानंद पांडेय ने बताया की दुर्गा मां के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की आराधना जो भी भक्त करते हैं उसे निर्भयता और वीरता समेत सौम्यता और विनम्रता प्राप्त होती है। साथ ही मुख, नेत्र तथा संपूर्ण काया में कांति-गुण भी मिलता है। मंगलवार को शारदीय नवरात्र के चौथे दिन माता कुष्मांडा की पूजा होगी।