कोरोना संक्रमण पर भारी पड़ी आस्था, ताक पर रही गाइडलाइन
लखीसराय । कोराना संक्रमण पर महापर्व छठ की आस्था भारी पड़ गई। वाहनों के परिचालन पर रो
लखीसराय । कोराना संक्रमण पर महापर्व छठ की आस्था भारी पड़ गई। वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के बाद भी लखीसराय जिला अंतर्गत गंगा, किऊल, हरुहर नदी स्थित छठ घाटों के अलावे तालाब, पोखरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। डीएम-एसपी की अपील पर मात्र 15 से 20 फीसद लोगों ने अपने घरों में अर्घ्य दिया। हालांकि, इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन को लेकर शहर से गांव तक लापरवाही दिखी। स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावे की भी पोल खुल गई। शहर के पुरानी बाजार महावीर स्थान घाट, छगनलाल माहेश्वरी घाट, पथला घाट, वीर हनुमान घाट सहित कई घाटों पर कोई मेडिकल टीम नहीं थी। यहां तक कि जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद शहर से लेकर गांव तक के अधिकांश छठ घाटों पर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर कहीं भी जागरूकता बैनर नहीं लगाया गया था। ---
सूर्यदेव की आराधना कर मांगी कोरोना से मुक्ति
व्रती और श्रद्धालुओं ने भगवान भाष्कर की श्रद्धा के साथ पूजा आराधना की और अपने परिवार वालों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। साथ ही व्रतियों ने भगवान सूर्यदेव से कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने की भी प्रार्थना की। पहली बार आस्था के इस पवित्र पर्व छठ के मौके पर श्रद्धालुओं के बीच भक्ति के साथ कोरोना से मुक्ति की भी चर्चा होती रही। कई व्रतियों ने कहा कि छठ मइया से सभी को निरोग रखने और कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की मन्नतें मांगे हैं। ---
व्रती और श्रद्धालुओं में नहीं दिखा कोरोना का डर
शहर से गांव तक आस्था का सैलाब घाटों पर इस कदर उमड़ा की व्रती और श्रद्धालुओं में कोरोना का डर कहीं नजर नहीं आया। जिला मुख्यालय में पुरानी बाजार स्थित किऊल नदी के विद्यापीठ चौक घाट, कुशवाहा घाट, प्रखंड कार्यालय के सामने वीर हनुमान घाट, सूर्यदेव घाट, महावीर स्थान घाट, छगनलाल माहेश्वरी घाट, नया बाजार में पथला घाट, वीर हनुमान घाट, सूर्यनारायण घाट, व्यायामशाला गली घाट, कबैया रोड स्थित मां शीतला घाट के अलावे अष्टघटी तालाब, संसार पोखर आदि छठ घाटों पर व्रतियों और श्रद्धालुओं उमड़ी भीड़ में 99 फीसद लोग बिना मास्क लगाए नजर आए। शारीरिक दूरी का पालन करना तो दूर की बात ड्यूटी पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी, दंडाधिकारी, पुलिस बल भी बिना मास्क के नजर आए।