गिर रहा समाज आज बाजुओं में थाम ले..
लखीसराय। क्रांति को सफल बना नसीब का न नाम ले भेद सर उठा रहा मनुष्य को मिटा रहा। गिर र
लखीसराय। क्रांति को सफल बना नसीब का न नाम ले, भेद सर उठा रहा, मनुष्य को मिटा रहा। गिर रहा समाज आज बाजुओं में थाम ले.. ओजपूर्ण कविता पाठ के साथ लाल इंटरनेशल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने शनिवार को भारतीय क्रांतिवीर शहीद सरदार भगत सिंह की जयंती मनाई। इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर मुकेश कुमार, अध्यक्ष आरपी शर्मा, प्राचार्य रवि वत्स, शिक्षक एसके दास, रोहित कुमार, अभिजीत कुमार एवं स्कूली बच्चों ने सामूहिक रूप से शहीद सरदार भगत सिंह के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस पावन अवसर पर पिछले दिनों हिदी पखवारा दिवस के समापन अवसर पर आयोजित चित्रांकन प्रतियोगिता में बेहतर परफॉर्मेंस वाले प्रतिभागियों प्रत्युष कश्यप, नयनशु कुमारी, लवली कुमारी, अनामिका कुमारी, हेमा आनंद व प्रियांशु कुमार को कलम एवं सामान्य ज्ञान की पुस्तक भेंटकर सम्मानित किया गया। स्कूल के अध्यक्ष आरपी शर्मा ने कहा कि सरदार भगत सिंह की जज्बातों में इंकलाबी रक्त था। यही वजह है कि उन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने साथियों राजगुरु व सुखदेव के साथ हंसते हुए फांसी के तख्त पर चढ़ गए। डायरेक्टर मुकेश कुमार ने कहा कि हर व्यक्ति अपनी जिदगी अपने दम पर जीते हैं। दूसरों के कंधे पर सिर्फ जनाजे उठाये जाते हैं। सरदार भगत सिंह ने देश के हर नागरिक को आजादी दिला कर सबको स्वतंत्र जीवन यापन की नई जिदगी दिलाई है। भारतीय समाज उन्हें कभी नहीं भुला सकते। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक श्याम बिहारी पांडेय ने किया।