अक्षय नवमी पर आंवला वृक्ष की हुई पूजा
लखीसराय। शनिवार को कार्तिक माह के नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया गया। इस मौके पर महि
लखीसराय। शनिवार को कार्तिक माह के नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया गया। इस मौके पर महिलाओं ने आंवला पेड़ की पूजा की तथा पेड़ की की छाया में भगवान विष्णु की कथा सुनकर दान-पुण्य किया। शहर के विभिन्न मुहल्लों में आंवला पेड़ के पास पूजा करने के लिए सुबह से महिलाओं की भीड़ लगी रही। शहर के शिवपुरी मुहल्ला स्थित आंवला पेड़ के पास महिला श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। नयाबाजार अष्टघटी तालाब के नजदीक शिव मंदिर परिसर में दिन भर मेला लगा रहा।महिलाओं ने पहले आंवला पेड़ की पूजा की, आंवला पेड़ में महिलाओं ने लाल धागा लपेटकर फेरे लगाए। इसके बाद कथा सुनकर वही पर भोजन तैयार किया और अपने परिजनों के साथ भोजन किया। बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज की लड़कियां भी आंवला पेड़ के पास भोजन बनाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। धार्मिक और पौराणिक मान्यता के अनुसार आंवला पेड़ के नीचे अक्षय नवमी के दिन किया गया दान का क्षय नहीं होता है। शहर के थाना चौक शिव दुर्गा मंदिर एवं चितरंजन रोड स्थित पीबी हाई स्कूल के निकट आंवला पेड़ की पूजा करने के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही।
बड़हिया प्रतिनिधि के अनुसार : बड़हिया नगर एवं प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को अक्षय नवमी परंपरागत तरीके से मनाया गया। सुबह से ही आंवला पेड़ के नीचे महिला श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। बड़हिया नगर के महावीर जी ठाकुड़बाड़ी, गंगासराय नई दुर्गा मंदिर परिसर, डुमरी काली मंदिर परिसर, प्रतापपुर स्थित मदनमोहन ठाकुड़बाड़ी, श्री लक्ष्मी नारायण ठाकुड़बाड़ी एवं अन्य जगहों पर स्थित आंवला वृक्ष के नीचे महिलाओं ने कथा सुनी एवं दान पुण्य किया। पंडित विनय झा ने बताया कि अक्षय नवमी व्रत रखकर महिलाएं पति एवं पुत्र के दीर्घायु की कामना करती हैं। इस अवसर पर आंवला पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। गंगासराय में पूर्व मुखिया राजेश कुमार ¨सह की देखरेख में अक्षय नवमी के मौके पर सहभोज का आयोजन किया गया। जिसमें प्रखंड क्षेत्र के बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि व प्रबुद्ध लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।