जालसाजी कर बैंक से निकाल ली 50 हजार रुपये ऋण की राशि
लखीसराय। आम लोगों को आज भी सरकारी बैंकों से राशि जमा निकासी करने में पसीना बहाना पड
लखीसराय। आम लोगों को आज भी सरकारी बैंकों से राशि जमा निकासी करने में पसीना बहाना पड़ता है। लेकिन, जिसने कभी बैंक देखा ही नहीं, किसी भी बैंक में आज तक कोई खाता खुला ही नहीं और उसके नाम पर बैंक से ऋण के रूप में राशि की निकासी कर ली गई है। मामला बिहार ग्रामीण बैंक बड़हिया रामचरण शाखा का है। वहहां जालसाजी कर बड़हिया खुशहाल टोला निवासी स्व. रामवरण पासवान की विधवा रामसखी देवी के नाम पर 50 हजार रुपये की ऋण राशि की निकासी कर ली गई। बैंक द्वारा रामसखी देवी को नोटिस भेजकर जब ऋण राशि को वापस करने को कहा गया तो यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। बैंक के शाखा प्रबंधक, महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रबंधक को आवेदन देकर मामले की जांच की गुहार लगाकर थक चुकी रामसखी देवी ने गुरुवार को जिला लोक शिकायत निवारण न्यायालय में वाद दायर किया है। जालसाजी का यह मामला उजागर होने के बाद बैंक की व्यवस्था की भी पोल खुल गई है। रामसखी देवी ने बताया बैंक द्वारा कई बार नोटिस देकर ऋण की राशि जमा करने को कहा गया। बैंक के अभिलेख में किसी महिला की फोटो चिपकाकर उसमें रामसखी देवी लिखा हुआ है जिसके नाम पर वर्ष 2004 में तत्कालीन बैंक प्रबंधक ने ऋण राशि की स्वीकृति दी। इसके बाद किसी ने राशि की निकासी कर ली। इसके बाद बैंक ने 2015, 2017 एवं 2018 में कुल तीन नोटिस भेजा। जांच में यह सामने आया कि बैंक के रिकॉर्ड में जिस महिला की फोटो लगी हुई है वह रामसखी देवी है ही नहीं। मतलब किसी ने ऋण राशि की निकासी के लिए नाम व फोटो (दोनों फर्जी ) का इस्तेमाल किया। रामसखी देवी ने दायर वाद में कहा है कि मुझे रहने के लिए घर तक नहीं है। मैं कभी भी कोई बैंक नहीं गई। न तो किसी बैंक में मेरा खाता है। उसने कहा कि दूसरी महिला का फोटो देकर मेरे नाम से फर्जी तरीके से राशि निकासी की गई है। उसने पूरे मामले की जांच कर जालसाजी करने वालों पर मुकदमा करने और उसे बैंक के फर्जी कर्ज से मुक्त करने की गुहार लगाई है।