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स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को ले तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

किशनगंज : विद्यालयों को स्वच्छ और सुंदर बनाना सबसे जरूरी कार्य में शामिल है। स्वच्छता के बल प

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 12:31 AM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 12:31 AM (IST)
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को ले तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को ले तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

किशनगंज : विद्यालयों को स्वच्छ और सुंदर बनाना सबसे जरूरी कार्य में शामिल है। स्वच्छता के बल पर विद्यार्थियों को स्वस्थ और निरोगी शरीर के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिया जाना संभव है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा स्वच्छता विद्यालय अभियान चलाया जा रहा है। रविवार को डीपीओ माध्यमिक शिक्षा कुंदन कुमार ने लाइन स्थित प्रताप मध्य विद्यालय परिसर में स्वच्छता विद्यालय अभियान के तहत चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम कर दीप प्रज्जवलित कर उदघाटन करने के बाद कही।

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उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला में तीन दिवसीय प्रशिक्षण चलाए जा रहे हैं। दूसरे दिन के प्रशिक्षण में किशनगंज, ठाकुरगंज और दिघलबैंक के बीईओ, जेई, प्रधानाध्यापक, सीआरसीसी, बीआपी और डाटा इंट्री ऑरेटर को शामिल किया गया। ताकि विद्यालय में स्वच्छता के स्तर को बनाए रखने की जिम्मेदारी विद्यार्थियों के माध्यम से परिवार और समाज के अन्य लोगों तक पहुंच सके। हमारा समाज विद्यालयों को मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर और गुरूद्वारा से ऊपर मानता है। इसकी विश्वसनीयता बनाए रखने की जिम्मेदारी सबकी है। प्रशिक्षण को सरल बनाने के लिए प्रोजेक्टर के माध्यम से स्वच्छता विद्यालय अभियान का प्रशिक्षण सुबह नौ बजे से लेकर संध्या पांच बजे तक दिया गया। स्वच्छता अभियान प्रशिक्षण में छह तथ्यों पर विशेष जोर दिया गया है। इनमें स्वच्छ पेयजल, शौचालय, साबुन के साथ हाथ की सफाई, विद्यालय का रख रखाव, व्यवहार प्रशिक्षण और विद्यार्थियों का क्षमताव‌र्द्धन शामिल है।

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सर्वे के बाद होगा विद्यालय का ग्रे¨डग

प्रशिक्षण शिविर में बीईओ शौकत अली ने कहा कि स्वच्छ विद्यालय अभियान के तहत स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी देने की व्यवस्था की गई है। लेकिन स्वच्छ विद्यालय में शामिल होने के लिए स्वच्छता से संबंधित 39 प्रश्न का जवाब देना हैं। इन सभी का जवाब विद्यालय को सही-सही डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.स्वच्छविद्यालय.कॉम पर ऑन लाइन या एप के माध्यम से अपलोड करना पड़ेगा। साथ ही विद्यालयों के सर्वे भी किए जाएंगे। सर्वे के माध्यम से विद्यालयों को पीला, नीला, हरा और लाल रंग के श्रेणी में शामिल किया जाएगा। पीला श्रेणी के विद्यालय को तीन स्टार, नीला श्रेणी के विद्यालय को चार स्टार, हरा श्रेणी के विद्यालय को पांच स्टार मिलेंगे और लाल श्रेणी में आने वाले विद्यालयों को स्वच्छता से संबंधित सुधार की जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। इस दौरान मुख्य रूप डीपीओ स्थापना डीएन झा, ट्रे¨नग मैंनेजर हरी शंकर कुमार, सहायिका मैंनेजर मीना कुमारी, जेई सत्येन्द्र कुमार तिवारी, चैती मित्रा, मनोज कुमार, मनीष कुमार, अशोक कुमार साहा, मो. नफीस सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।


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