एक अप्रैल से सीएफएमएस प्रणाली के माध्यम से लाभुकों के खाते में राशि भेजी जाएगी
किशनगंज। बिहार सरकार ने घोटाला बाजों व बिचौलिया से बचने के लिए लाभुकों तक राशि पहु
किशनगंज। बिहार सरकार ने घोटाला बाजों व बिचौलिया से बचने के लिए लाभुकों तक राशि पहुंचाने के लिए अपने कार्यप्रणाली में बदलाव किया है। बिहार सरकार के द्वारा सभी कोषगार कार्यालय व वित्तीय कार्यालय के पुराने सिटी एमआइएस सॉफ्टवेयर को चेंज कर नया सॉफ्टवेयर सीएफएमएस लागू करने जा रही है। इसके लागू होने से विभाग के द्वारा भेजे गए डाटा के अनुसार सीधे लाभुक के खाते में राशि भेजी जाएगी। हालांकि इस सीएफएमएस प्रणाली को पिछले वर्ष ही लागू किया गया था लेकिन सफल नहीं रहा था। इस प्रणाली को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा ने सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों को तीन फेज में जिला कोषागार पदाधिकारी को प्रशिक्षण देने का आदेश दिया है। 18 से 28 फरवरी तक चलने वाला यह प्रशिक्षण में 125 कार्यालय के निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी शामिल होंगे, जो मेकर, चेकर और चेकर एवं अपूर्वल लेकर आएंगे। यह प्रशिक्षण 18 से 21, 22 से 25 एवं 26 से 28 फरवरी तक तीन-तीन दिन प्रशिक्षण चलेगा। इस प्रशिक्षिण के लिए स्थान जीआइएस बिहार कौशल विकास केंद्र भेड़ियाडांगी एवं आईआइटी बिहार कौशल विकास केंद्र डे-मार्केट को चुना गया है। वहीं इस संबंध में जिला कोषागार के वरीय पदाधिकारी आरवी कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षिण में भाग लेने के लिए फार्म डी, ई और एफ के दो-दो प्रति भरकर आएंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से लाभुको को सीधा फायदा होगा, और लाभुक बिचौलिया से बच सकते है। पूर्व में लाभुकों के आंकड़े का डाटा के माध्यम से संबंधित विभाग के बैंक खाते में सरकार के द्वारा राशि भेजा जाती थी। जिसके बाद उस लाभुक के बैंक खाते में संबन्धित विभाग राशि भेजता था। अब संबंधित विभाग के खाते में लाभुकों की राशि नहीं भेजी जाएगी। इस प्रक्रिया से बिचौलिया व राशि घोटाला पर अंकुश लग सकता है।