प्रधानाध्यापिका पर निलंबन की कार्रवाई
किशनगंज। विद्यालय में अध्ययन और अध्यापन कार्य के लिए सबसे जरूरी अनुशासन होता है। इस अनुशासन क
किशनगंज। विद्यालय में अध्ययन और अध्यापन कार्य के लिए सबसे जरूरी अनुशासन होता है। इस अनुशासन का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक के ऊपर ही होता है। ताकि उनके मार्ग दर्शन में शिक्षक-शिक्षिकाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को अनुशासन सिखाया जा सके। लेकिन यहां ठीक इसके विपरीत प्रधानाध्यापिका पर ही पद का दुरूपयोग करने का आरोप लगा और वे विद्यालय का संचालन करने में असमर्थ रहीं। धर्मगंज स्थित सरदार गोपाल ¨सह मध्य विद्यालय की प्रधानाध्यापिका झारना बाला साहा को इसी मामले में निलंबित कर दिया गया है। यह जानकारी रविवार को डीपीओ स्थापना डीएन झा ने दी।
उन्होंने बताया कि निलंबित प्रधानाध्यापिका झरना बाला साहा पर पिछले कई माह से अत्यंत ही गंभीर आरोप लगते आए हैं। इनमें प्रधानाध्यापिका के पद का दुरूपयोग करने के साथ मध्याह्न भोजना योजना में गड़बड़ी के भी आरेाप लग चुके हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि विभागीय पदाधिकारी के निर्देश की भी वे हमेशा अवहेलना करतीं रहीं हैं। साथ ही नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा दिए निर्देश को भी कभी गंभीरता से नहीं लिया। इनके खिलाफ कई गंभीर संबंधित शिकायत लोक शिकायत निवारण कार्यालय में भी की गई थी। लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर ही प्रधानाध्यापिका को पद से निलंबित किया गया है।