17 मार्च को 4097 किलोमीटर दूरी तय कर मैत्री साइकिल रैली पहुंचेगी सीलकोर
किशनगंज। भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्री संबंध को अधिक बेहतर बनाने और मजबूती प्रदान करन
किशनगंज। भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्री संबंध को अधिक बेहतर बनाने और मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से सीमा सुरक्षा बल द्वारा भारत-बांग्लादेश मैत्री साइकिल रैली का आयोजन किया गया है। बांग्लादेश के जनक बंगबंधु शेख मुजाबिर रहमान की 100वीं जयंती पर आयोजित यह मैत्री साइकिल रैली 4097 किमी की दूरी तय करेगी। गत 10 जनवरी को पश्चिम बंगाल पानीतार सीमा चौकी से शुरू होकर 4097 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मिजोरम के सीलकोर सीमा चौकी पर 17 मार्च को पहुंचेगी। यह रैली भाईचारा व नशा मुक्ति विश्व का संदेश लेकर भारत-बंग्लादेश के संपूर्ण सीमा का भ्रमण कर रही है।
इसी क्रम में मैत्री रैली 1096 किलोमीटर दूरी तय कर शुक्रवार को उत्तर बंगाल फ्रंटियर के 135 वीं बटालिय़न के सीमा चौकी डींगापाड़ा पहुंची। यहां 135 बटालियन के द्वितिय कमान अधिकारी बिभास साहा के द्वारा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। रैली में शामिल प्रतिभागियों को जलपान व एनर्जी ड्रिक आदि प्रदान कर विदा किया गया। इस दौरान रास्ते में पड़ने वाले समस्त गांवों व कस्बों के लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर, पुष्पवर्षा कर उत्साहवर्धन किया।
इसके पश्चात साइकिल रैली सीमा चौकी बारानंदी पहुंची। यहां 135 वीं बटालियन के कमांडेंट नवल सिंह व अन्य अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की उपस्थिति में छात्राओं के द्वारा पुष्प वर्षा व आरती कर स्वागत किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित किशनगंज विधायक इजाहरूल हुसैन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दो देशों के बीच मैत्री के नए आयाम गढ़ने का संदेश दिया। उक्त कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौपर पर मुख्य रूप से 50 बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के कमांडिग ऑफिसर ले. कर्नल मोहम्मद सैईदुल इस्लाम, कमांडेंट सह किशनगंज सेक्टर के कार्यवाहक डीआइजी, गजराज सिहं, सेक्टर मुख्यालय के कमांडेंट संक्रिया) नवल सिहं, 135 वीं बटालियन के अधिकारी व ग्रामीणों की उपस्थिति में सीमा चौकी बारानंदी में रैली टीम के स्वागत के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ------------------
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश की टीम भी हुई शामिल -
सांस्कृतिक कार्यक्रम में गांव के स्थानीय कलाकारों, बीएसएफ के कलाकारों व नार्थ बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय से आए ब्रास बैंड और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के कलाकारों ने मिलकर इस कदर समा बांधा कि लोग घंटों एक जगह खड़े रहने को मजबूर हो गए। इसके बाद कार्यवाहक डीआइजी के द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि और कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं गणमान्य उच्च अधिकारियों द्वारा स्मृति-चिन्हों का आदान-प्रदान किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों एवं बीजीबी के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर रैली टीम के टीम कमांडर जतिन्दर सिंह को स्मृति चिन्ह दिया गया। कार्यक्रम के दौरान बीजीबी के कमांडिग ऑफिसर ने कहा कि भारत-बांग्लादेश के बीच दोस्ती का इतिहास काफी लंबा रहा है। मुझे इस बात की खुशी व गर्व है कि भारत की धरती पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा हमारे राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजिबुर्रहमान के जन्म दिवस के अवसर पर इस मैत्री रैली का आयोजन किया गया। इस तरह के कार्यक्रमों में शिरकत करने का मेरा यह पहला मौका है। आपलोगों के द्वारा देश की सरहद की सुरक्षा करते हुए पूरे अनुशासन के साथ इस तरह के कार्यक्रमों की प्रस्तुति अपने आप में एक उदारण है। कार्यक्रम के अंत में कमांडेंट नवल सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल दुनिया का एक मात्र ऐसा फौज है, जो सीमा सुरक्षा के साथ-साथ अपने इलाके के स्थानीय लोगो का भी सभी तरह से खयाल रखता है। स्थानीय लोगो को स्वाबलंबी बनाने के उद्देश्य से रोजगार परक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। रात्रि विश्राम के पश्चात शनिवार को चोपड़ा विधायक हमिदुल रहमान व ग्रामीणों की उपस्थिति में रैली को फ्लैग ऑफ कर विदा किया गया।