ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के वजाय अधिकारी मेहरबान
जागरण संवाददाता, किशनगंज : शहर की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों के संचालन पर परिवहन विभाग के अधिकारी की मेह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, किशनगंज : शहर की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों के संचालन पर परिवहन विभाग के अधिकारी की मेहरबानी दिख रही है। रेलवे रैक प्वाइंट से क्षमता से दोगुना लोड लेकर यमराज की तरह सड़क पर फर्राटा भर रहे वाहनों पर कोई कार्रवाई होते नहीं दिखती है। शहर के सड़कों पर यातायात नियम का पालन कराने में जब संबंधित विभाग के अधिकारी इतनी सुस्ती बरत रहे हैं तो अन्य क्षेत्र की कल्पना की जा सकती है। ऐसे अधिकारियों की उदासीनता के कारण रैक प्वाइंट पर माल लदे वाहन के लगने के साथ शहरवासियों की जान परेशानी में आ जाती है। रैक प्वाइंट पर रैक लगने के साथ शहर के बीचो-बीच गुजरने वाली सड़कों पर ओवरलोड ट्रैक्टर का काफिला शुरू हो जाता है, ऐसे ओवरलोड वाहन को देखकर ही लोग सड़क दुर्घटना और जाम की समस्या को लेकर सशंकित हो जाते हैं। नियम के अनुसार एक ट्रैक्टर पर दो से ढ़ाई टन निर्धारित क्षमता है, लेकिन यहां तीन से चार टन तक एक ट्रैक्टर पर ढुलाई किया जाता है। ओवरलोड के इस खेल पर ना तो संबंधित विभाग के अधिकारी ध्यान देते हैं और ना ही वरीय अधिकारी संज्ञान लेते हैं।
शनिवार को सुबह से लेकर देर शाम तक शहर में अनाज लदे ओवरलोड वाहनों का काफिला का संचालन होते रहा। अनाज लदे ओवरलोड ट्रैक्टर रेलवे रैक प्वाइंट से निकलकर सर्विस रोड होते हुए बस स्टैंड के सामने से ओवरब्रिज से पार कर रूईधासा मैदान या डे मार्केट चौक होते हुए सुभाषपल्ली होकर पश्चिमपाली होते हुए गोदाम तक पहुंचता है। रैक प्वाइंट से निकलने वाले सभी वाहनों पर क्षमता से दोगुना अनाज लदा था, जिसे देखकर ही सड़क पर चलने वाले वाहन चालक दुर्घटना को लेकर भयभीत हो जाते हैं और ओवरलोड ट्रैक्टर से खुद दूरी बना लेते हैं। ऐसे ओवरलोड वाहन रास्ते में कई जगह खराब होने के साथ जाम की समस्या उत्पन्न करती है। बस स्टैंड के बगल वाले पुल पर एक ओवरलोड ट्रैक्टर खराब हुआ जिसे काफी मशक्कत कर घंटों बाद ठीक किया गया। लेकिन परिवहन विभाग, यातायात विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं।
सड़क और पुल को भी पहुंच रहा नुकसान::
शहर में ओवरलोड वाहन जिस रास्ते से गुजरता है उस रास्ते के सड़क और बने पुल को भी नुकसान पहुंचा रहा है। खासकर शहरी क्षेत्र में भारी वाहन के प्रवेश पर वर्जित होने के कारण लोड निर्धारण के मानक के अनुसार सड़क और पुल का निर्माण कराया जाता है और ऐसे सड़क पर क्षमता के अनुसार वाहनों के संचालन को लेकर नियम का पालन परिवहन विभाग को कराना है, लेकिन ऐसा होते नहीं दिख रहा है। ओवरलोड वाहन के संचालन के कारण समय से पहले सड़क जर्जर हो रहा है और पुल के भी क्षतिग्रस्त होने की आशंका भी बनी रहती है। ऐसे तमाम बातों को नजरअंदाज कर ओवरलोड वाहन संचालक मुनाफा के लिए नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ---------------
रेलवे रैक प्वाइंट से निकलने वाले ओवरलोड वाहनों के संचालन की जानकारी मिली है। ऐसे वाहनों पर कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारी का भी निर्देश प्राप्त हुआ है जल्द ही अभियान चलाकर ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
रामशंकर, जिला परिवहन पदाधिकारी
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परिवहन विभाग के निर्देश पर यातायात विभाग के सहयोग से ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। रेलवे रैक प्वाइंट से निकलने वाले ओवरलोड वाहनों पर चर्चा हुई है।
विनय कुमार, यातायात प्रभारी
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