नाला की कमी से जूझ रहे वार्ड संख्या दो के निवासी
किशनगंज। नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर दो में पूर्व की तुलना में विकास तो हुआ है। लेकिन ब
किशनगंज। नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर दो में पूर्व की तुलना में विकास तो हुआ है। लेकिन बुनियादी सुविधाओं के लिए अब भी लोग हलकान हैं। जल निकासी के लिए नाला नहीं है। जल प्रदूषण ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सिघिया पंचायत से सटे इस वार्ड की हालत ठीक नहीं कही जा सकती है। यहां लोगों को सड़क, पेयजल, बिजली और आवास योजना का लाभ पूर्व की तरह अभी भी मिल रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के प्रति लोग स्वयं जागरुक हो रहे हैं। मगर आज भी लोगों को वार्ड के सर्वांगीण विकास का इंतजार है। बाढ़ का असर यहां के सड़कों पर भी दिखता है। बाढ़ के पानी से बचने के लिए लोगों को अपना घर द्वार भी छोड़कर अन्यत्र शरण लेना पड़ता है। सरकारी योजनाओं को ठीक ढंग से लागू नहीं की जाती है।
लोगों का कहना है कि नगर परिषद होने के बावजूद वार्डों में सुविधा कम है। विकास की मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे यहां के लोग परेशान दिखे। सड़क, बिजली और स्वच्छता के प्रति लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से स्वच्छता अभियान भी प्रभावित होता है। लोगों का कहना था कि वार्ड में ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में सड़कों व गलियों में जलजमाव एक बड़ी समस्या बन जाती है। यहां नाला बनना बहुत जरूरी है। नाला के अभाव में दूषित जल की निकासी नहीं हो पाती है। इसके लिए नगर परिषद के प्रतिनिधियों से लेकर विधायक तक से गुहार लगाई गई है। बारिस के दिनों में हर वर्ष बाढ़ की समस्या बनी रहती है। मुख्य सड़क की सफाई नियमित रूप से हो जाती है। लेकिन गली-मोहल्लों की सफाई नियमित नहीं हो पाती है।
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लोगों की राय -
फोटो- 08 केएसएन 52,
वार्ड नंबर दो को पिछड़ा वार्ड घोषित कर देना चाहिए। यहां एससी और एसटी श्रेणी के लोग अधिकत रहते हैं। लोगों को आवास योजना का लाभ मिलने में विलंब होता है। मोहल्ले में सड़क किनारे डस्टबिन की कमी है। जिस कारण लोगों को कचरा फेंकने में कठिनाई होती है। यही वजह है कि सूखा कचरा सड़क व मैदान में फैलता रहता है और घरों में दुर्गंध की समस्या बनी रहती है। - योग गुरू रविराज।
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फोटो- 08 केएसएन 53,
वार्ड में पाइन लाइन बिछा दिया गया है, लेकिन स्वच्छ पेयजल अब लोगों के घरों तक नही पहुंच पाया है। जिस कारण लोगों को चापाकल का आयरनयुक्त जल ही पीना पड़ता है। जल मीनार का लाभ भी नहीं मिल रहा है। वार्ड नंबर दो में सार्वजनिक शौचालय नहीं है। इस वार्ड में कम से कम तीन सार्वजनिक शौचालय की जरूरत है। - जोगेन्द्र पासवान।
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फोटो- 08 केएसएन 54,
वार्ड नंबर दो की सबसे विकराल समस्या प्रति वर्ष बाढ़ का आना है। बाढ़ के कारण कच्चे मकान गिर जाते हैं, जिसमें घरों में रखे सामान सहित जरूरी कागजात भी नष्ट हो जाते हैं। लोगों की हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। वार्ड नंबर दो में नाला का नामोनिशान नहीं है। इस वार्ड में नाला मुख्य सड़क पर अब तक नहीं बन पाया। गली मुहल्ले में नाला की बात तो कल्पना से भी पड़े है। - सुबोल दास।
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वार्ड पार्षद की सुनें - -
फोटो- 08 केएसएन 55,
वार्ड की समस्याओं को लेकर हमेशा ही लोगों से मिलता रहता हूं। नाला निर्माण और सड़क निर्माण के लिए नगर परिषद को अवगत करवा दिया गया है। जल्द ही इस दिशा में उचित समाधान निकलने की संभावना है। - रमेश पासवान, वार्ड पार्षद
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