दोनों गठबंधनों के प्रत्याशी तय, जीत हार के तिकड़म में जुटे कार्यकर्ता
किशनगंज। अब जबकि महागठबंधन में सीट शेयरिग पर बात बन चुकी है और दूसरे चरण का नामांक
किशनगंज। अब जबकि महागठबंधन में सीट शेयरिग पर बात बन चुकी है और दूसरे चरण का नामांकन प्रक्रिया भी अंतिम दौर में है। तो ऐसे में दोनों गठबंधनों के प्रत्याशी कौन- कौन होंगे और कौन किसपे भारी पड़ेगा इसे लेकर आवाम में चर्चाएं खूब हो रही हैं। एक तरफ राजग गठबंधन दो दिन पूर्व सभी सीटों पर प्रत्याशी के नाम घोषित कर चुके हैं वहीं दूसरी तरफ रविवार शाम को महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। रविवार दोपहर तक जहां महागठबंधन के घटक दलों के कार्यकर्ता एक दूसरे से संपर्क कर टिकट किसे मिला या किसको मिलने वाला है, इसकी जानकारी लेते रहे वहीं शाम होते होते कंफर्म हो गया कि प्रत्याशी कौन होंगे। प्रत्याशी तय होते ही कार्यकर्ता जीत हार के गणित में जुट गए हैं। हालांकि प्रत्याशी चयन में देरी को लेकर कांग्रेस व राजद कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब तो महज दो दिन बचे हैं नामांकन के लिए, ऐसे में टिकट तय नहीं होने से मतदाताओं के बीच भी गलत संदेश जा रहा था।
खासकर दूसरे चरण में सीमांचल के जिन तीन सीटों पर मतदान होना है, उसपर रविवार शाम को औपचारिक घोषणा की गई। सीट शेयरिग को लेकर कुल मिलाकर स्थिति स्पष्ट हो जाने के दो दिन बाद प्रत्याशी के नाम तय किए गए। रविवार दोपहर को कांग्रेस की सीईसी की बैठक के बाद यह नाम तय कियास गया। जबकि नामांकन प्रक्रिया महज दो दिन और चलेगी। यानी दो दिन पूर्व तक महागठबंधन के प्रत्याशी कौन होंगे इस पर संशय बरकरार रहा।
अब तक जो स्थिति बन रही है उसके अनुसार सीमांचल के चार में से तीन सीट पर कांग्रेस व एक पर राजद का लड़ना तय माना जा रहा है। कांग्रेस के खाते में गई तीनों सीट यथा किशनगंज, कटिहार व पूर्णिया को लेकर प्रत्याशी चयन की औपचारिकता पूरी कर ली गई। वहीं अररिया सीट पर राजद से सरफराज आलम का टिकट तय माना जा रहा है। वे अररिया से सिटिग सांसद भी हैं। वहीं किशनगंज सीट पर चल रहे रस्साकशी के बीच किशनगंज विधायक डॉ. जावेद आजाद, अमौर विधायक अब्दुल जलील मस्तान, बहादुरगंज विधायक तौसीफ आलम व दिवंगत सांसद मौलाना असरारूल हक कासमी के भाई सह पूर्व मंत्री जाहिदुर रहमान टिकट के दौर में आखिर तक रहे। लेकिन डॉ. जावेद आजाद को कांग्रेस का साथ मिला।
कांग्रेस कोटे में गई कटिहार सीट पर तारिक अनवर व पूर्णिया से उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह का टिकट कंफर्म किया गया। बताते चलें कि तारिक अनवर ने हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का हाथ थामा है। वहीं उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह भी भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस में वापसी की है। ये दोनों पूर्व सांसद पुराने कांग्रेसी रहे हैं। हालांकि कटिहार और पूर्णिया सीट पर अंत कत पेंच फंसा रहा। एक तो मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पूर्णिया सीट पर महागठबंधन प्रत्याशी बनने को तमाम दांव चलते रहे। वहीं कटिहार सीट पर वीआइपी पार्टी के खाते में भी जाने को लेकर भी चर्चाएं खूब हुई। आखिरकार पप्पू सिंह को पूर्णिया व तारिक अनवर को कटिहार से टिकट मिला। हालांकि रह रहकर यह भी चर्चा होती रही कि ऐन वक्त पर तारिक अनवर को किशनगंज शिफ्ट किया जा सकता है। बहरहाल कांग्रेस कोटे वाली इन सीटों पर जल्द ही प्रत्याशी के नाम का ऐलान होते ही कार्यकर्ता जीत हार के गुणा भाग में जुट गए हैं।