रोजगार से जोड़ने के लिए डेयरी व सॉफ्ट टॉय को मिलेगा बढ़ावा
किशनगंज : आरसेटी सलाहकार समिति की बैठक गुरुवार को समाहरणालय स्थित सभागार में हुई।
किशनगंज : आरसेटी सलाहकार समिति की बैठक गुरुवार को समाहरणालय स्थित सभागार में हुई। इसमें युवाओं व युवतियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कई निर्णय लिए गए। इस मौके पर डीडीसी यशपाल मीणा ने एनुवल एक्टीविटी रिपोर्ट पुस्तिका का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण देती है। ताकि प्रशिक्षण लेने के बाद युवक-युवतियां स्वयं अपने गृह क्षेत्र में स्वरोजगार कर सकें। इसके अलावा अन्य युवाओं को भी रोजगार उपलब्ध करवाने में सक्षम हो सके। उन्होंने कहा कि सलाहकार समिति की बैठक में कई निर्णय लिए गए। इसके अंतर्गत अधिक से अधिक युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से भी जोड़ना है। डेयरी पालन प्रशिक्षण पर विशेष जोर देते कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में डेयरी पालन की अधिक से अधिक संभावनाएं हैं। डेयरी पालन के लिए जिला गव्य विकास विभाग द्वारा किसानों को दुधारू पशु भी बैंक के माध्यम से दिए जाते हैं। समेकित कृषि प्रणाली के प्रति भी युवाओं को जागरूक किया जाए। जिससे कि कम लागत पर अधिक आर्य अर्जन कर युवा अपना भविष्य संवार सकें। आरसेटी निदेशक विवेकानंद चौधरी ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में सिलाई कटाई, ब्यूटी पार्लर, कंप्यूटर और मुर्गी पालन सहित कई अन्य प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते हैं। यहां प्रशिक्षण लेने के बाद प्रशिक्षुओं को आन द स्पॉट मार्के¨टग का भी ज्ञान दिया जाता है। जिससे कि अपना रोजगार शुरू करने से पहले युवक-युवतियों को नफा-नुकसान का आकलन लगाने की अनुमान हो जाए। डेयरी एवं सॉफ्ट टॉय को बढ़ावा देने के लिए कई रणनीति बनाई गई। जिससे कि जानकारी और प्रशिक्षण के बाद ही युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सलाह दी जाए। नाबार्ड द्वारा भी ग्रामीणों को स्वराजेगार से जोड़ने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्य रूप से एलडीएम मनोज तिवारी, जीएम डीआईसी मो. अनीश, डीडीएम नाबार्ड दयानंद कुमार और डीपीएम जीविका अवधेश कुमार सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।