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एएमयू सेंटर को फंड नहीं मिलने को ले भूख हड़ताल

किशनगंज : किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केंद्र की स्थापना को सात वर्ष बीत जाने के

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 07:07 PM (IST)Updated: Sat, 09 Feb 2019 07:07 PM (IST)
एएमयू सेंटर को फंड नहीं मिलने को ले भूख हड़ताल
एएमयू सेंटर को फंड नहीं मिलने को ले भूख हड़ताल

किशनगंज : किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केंद्र की स्थापना को सात वर्ष बीत जाने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा फंड रिलीज नहीं किए जाने से आंदोलन शुरू ो चुका है। शनिवार से एजुकेशन मूवमेंट के बैनर तले 11 लोगों ने भूख हड़ताल कर इसकी शुरूआत की। अंबेडकर नगर भवन सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे एजुकेशन मूवमेंट के सदस्यों से मिलने किशनगंज विधायक डॉ. जावेद आजाद, एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक अख्तरुल ईमान, जदयू नेता महमूद अशरफ व अन्य दलों के नेता पहुंचे और उनका समर्थन किया।

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भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे वसीकुर रहमान ने कहा कि 2009 में किए गए ऐतिहासिक आंदोलन से ही एएमयू सेंटर की स्थापना किशनगंज में संभव हो सका। जिसमें 35 आंदोलनकारियों पर नामजद मुकदमा किया गया, जेल जाने की नौबत भी आई। मामला अब तक पटना फास्ट ट्रैक कोर्ट के विचाराधीन है। आंदोलन के ओगे बिहार सरकार ने घुटने टेक कर 224 एकड़ एएमयू के नाम 30 दिसंबर 2011 को हस्तांतरित किया। लेकिन बदकिस्मती है कि जमीन मिलने पर यूपीए सरकार ने 450 करोड़ का फंड देने का आश्वासन भी कोरा साबित हुआ। जमीन मिलने के ढ़ाई साल बाद तक यूपीए सरकार ने अपने दो आम बजट में एक रुपये तक नहीं दिया। 2014 के आम चुनाव से पहले सोनिया गांधी ने शिलान्यास कर 137 करोड़ का फंड देने की घोषणा की। लेकिन अब तक एक रुपये भी नहीं मिला। जिस कारण अब एएमयू का अस्तित्व खतरे में आ चुका है। बीएड तो खत्म हो चुका, एमबीए में भी इस साल 60 सीट की जगह नौ का नामांकन हुआ, जिसमें सात विद्यार्थी उपस्थित हैं। इससे स्पष्ट है कि अब यह सेंटर आखिरी सांस ले रहा है। कांग्रेस नीत यूपीए और भाजपा नीत एनडीए दोनों सरकारों पर साजिश का आरोप लगाते हुए आंदोलन कारियों ने कहा कि किशनगंज जिला शैक्षणिक व आर्थिक ²ष्टिकोण से अत्यन्त पिछड़ा है। यहां उच्च शैक्षणिक संस्थान की घोर कमी है। एएमयू के रूप में उच्च शैक्षणिक संस्था मिला भी तो राजनीति का भेंट चढ़ता दिख रहा है। भूख हड़ताल करने वालों में मुख्य रूप से एजुकेशन मूवमेंट के अधयक्ष वसी़कुर रहमान, आसिफ रहमान, अबसार सिद्दीकी, वसीम अख्तर, शादाब, नासिर गनी, आमिर अहसन, शहंशाह, सोहैब इशरत, पम्मी बेगम, जकी अंजर व इम्तियाज शामिल थे।


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