भूकंपरोधी मकान बनाने के लिए राजमिस्त्रियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
किशनगंज। किशनगंज प्रखंड मुख्यालय में शुक्रवार से भूकंपरोधी मकान बनाने के लिए राजमिस्त्रियों
किशनगंज। किशनगंज प्रखंड मुख्यालय में शुक्रवार से भूकंपरोधी मकान बनाने के लिए राजमिस्त्रियों के लिए प्रशिक्षण शिविर की शुरूआत की गई। इस सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में 30 राजमिस्त्री शामिल हुए। शिविर का शुभारंभ किशनगंज सीओ समीर कुमार व बीडीओ प्रवेज आलम ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वल्लित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीओ ने कहा कि बिहार के सभी जिले भूकंप के खतरनाक जोन में आते हैं। नेपाल की सीमा से सटे आठ जिले सर्वाधिक खतरनाक जोन पांच में आते हैं, वहीं किशनगंज सहित 24 जिले जोन चार में शामिल है। भूकंप से निपटने के लिए और जोखिम को कम करने के लिए राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में भूकंपरोधी भवनों के निर्माण और पुराने भवनों के सु²ढ़ीकरण के लिए राज्य में राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षित दिया गया जा रहा है।
मौके पर बीडीओ ने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भवन की आकृति, नींव के निर्माण में सामग्रियों के उपयोग, भंडारण एवं जांच की सरल विधियों की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही ईंट को चार से छह घंटे पानी में फुलाकर ही उपयोग करने, छड़ बांधने की सही तकनीक, छड़ों को जंग से बचाने के लिए कवर ब्लॉक लगाने, ईंट पॉकेट में छड़ खड़ा करने सहित आवश्यक जानकारी अभियंता प्रशिक्षकों द्वारा दिया जा जाना है। भूकंपरोधी निर्माण के बहु तकनीक के उपयोग को समावेशित करते हुए एक मॉडल भवन का निर्माण भी कराया जाएगा। जिसमें नए निर्माण और रेट्रोफिटिग के विभिन्न तकनीक का प्रयोग राजमिस्त्रियों से कराए जाएंगे। साथ ही प्रोजेक्टर व स्क्रीन के साथ वर्गकक्ष में भी प्रशिक्षण दी जाएगी। प्रति बैच 30 राजमिस्त्री इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं। जिन्हें प्रशिक्षण के उपरांत 700 रुपये प्रतिदिन के दर से कुल 49 सौ रुपये का चेक द्वारा भुगतान व प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधीन प्रशिक्षण संबंधी प्रबंधन अंचलाधिकारी द्वारा किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से राजमिस्त्रियों के हुनर तथा कौशल से वृद्धि होगी जिससे समाज में भूकंप सुरक्षित एवं किफायती भवन का निर्माण होगा तथा आम लोगों तक तकनीकी जानकारी पहुंचेगी। इससे समाज में आपदा सुरक्षित निर्माण की संस्कृति तथा जागरुकता विकसित होगी। शिविर में मुख्य रूप से प्रशिक्षण प्रभारी ई. आलोक रंजन, प्रशिक्षक ई. सिमरन सानू, टुनटुन कुमार , राजमिस्त्री संजय राम आदि मौजूद रहे।