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बरसात से पूर्व पुल का निर्माण नहीं होने से लोगों की आवाजाही हो जाएगी बंद

प्रखंड मुख्यालय को पूर्वी क्षेत्र से जोड़ने वाले तुलसिया डोम सड़क के बांसबाड़ी गांव के समीप ध्वस्त पुल का निर्माण अगर बरसात से पूर्व नहीं होगा तो प्रखंड क्षेत्र की एक बड़ी आबादी की मुश्किल से घिर जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 May 2022 07:14 PM (IST)Updated: Tue, 24 May 2022 08:47 PM (IST)
बरसात से पूर्व पुल का निर्माण नहीं होने से लोगों की आवाजाही हो जाएगी बंद
बरसात से पूर्व पुल का निर्माण नहीं होने से लोगों की आवाजाही हो जाएगी बंद

संवाद सूत्र, दिघलबैंक (किशनगंज) : प्रखंड मुख्यालय को पूर्वी क्षेत्र से जोड़ने वाले तुलसिया डोम सड़क के बांसबाड़ी गांव के समीप ध्वस्त पुल का निर्माण अगर बरसात से पूर्व नहीं होगा तो प्रखंड क्षेत्र की एक बड़ी आबादी की मुश्किल से घिर जाएगी। ग्रामीणों ने बताया की बांसबाड़ी गांव के समीप पुल का निर्माण छह वर्ष पूर्व हुआ था। तभी पुल बन जाने से तुलसिया पंचायत के कई गांवों सहित पदमपुर, अठगछिया, इकड़ा, ताराबाड़ी पंचायत के दर्जनों गांवों के एक बड़ी आबादी को प्रखंड मुख्यालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघलबैंक तक सीधा संपर्क जुड़ गया था।

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इन सभी गांवों के बच्चे बरसात के दिनों में भी आसानी से तुलसिया स्थित हाई स्कूल एवं इंटर कालेज तक जाने के लिए रास्ता सुलभ हो गया था। लेकिन 2017 के अगस्त महीने में आई विनाशकारी बाढ़ ने पुल को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। पुल के ध्वस्त हो जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई। तभी बरसात खत्म होते हुए आवाजाही के लिए तत्काल पुलिया के समीप से डायवर्सन का निर्माण कराया गया, जो अब तक इसी डायवर्सन के सहारे सड़क चल रही है। लोगों ने बताया कि एक से डेढ़ महीने बाद मानसून शुरू होने को है पर अभी तक पुल निर्माण का शुरू नहीं कराया गया। ना ही डायवर्जन ही पूरी तरह से मजबूत है। लोगों को डर इस बात का है कि आने वाले बरसात के दिनों में मुश्किलें फिर बढ़ने वाली है। बताते चलें कि प्रखंड मुख्यालय को पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने के लिए तीन सड़क है एक टप्पू हाट से तालबाड़ी होते हुए मदरसा चौक जो बिल्कुल ही जर्जर एवं कई पुलिया कई वर्षों से क्षतिग्रस्त है। दूसरा मंगुरा पंचायत के ब्लाक चौक से कलागाछ सड़क में बने पुल भी दो वर्ष पहले से क्षतिग्रस्त है। साथ ही डोम सड़क का भी पुल टूटने से बरसात के दिनों में लोगों को बहादुरगंज होकर ही एक मात्र विकल्प बचा है। ध्वस्त पुल के चलते लोगों को 10 किलोमीटर के बजाय 20 से 25 किलोमीटर की दूरी तय करना होगा प्रखंड मुख्यालय आना पड़ता है। इलाके का सबसे बड़े लोहागाड़ा हाट जाने का भी एकमात्र यही सड़क है जो प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र को यही सड़क लोहागड़ा हाट से जोड़ती है। जल्द पुल का निर्माण नहीं कराया गया तो इस बार भी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पर सकता है। लोगों में उम्मीद बनी हुई है कि शायद बरसात से पहले सड़के सहित पुल पुलिया का निर्माण हो जाएगा।


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