किशनगंज शहर में बंद दो दर्जन हाईमास्ट लाइट को ठीक कराने में जुटी नगर परिषद
शहरी क्षेत्र में पिछले कई महीनों से शहर के दो दर्जन हाईमास्ट लाइटें खराब पड़ी है।
किशनगंज। शहरी क्षेत्र में पिछले कई महीनों से शहर के दो दर्जन हाईमास्ट लाइटें खराब पड़ी है। इन हाईमास्ट लाइटों की मरम्मती नहीं किए जाने से वह अभी शोभा की वस्तु बनी हुई है। लाइट ठीक नहीं होने के कारण भी शहर के अधिकांश गली मोहल्लों में अंधेरा पसरा रहता है। लोग अंधेरा में असुरक्षित महसूस करते हैं। अंधेरा होने के कारण रात के समय चोरी जैसी आपराधिक घटनाएं भी बढ़ती जा रही है। शहर के मुख्य चौक-चौराहे पर लगे 28 हाईमास्ट लाइट में से सिर्फ छह हाईमास्ट लाइट ही जलती है। शेष सभी लाइट खराबी के कारण बंद हैं। अधिकांश गली-मुहल्ले में लगी स्ट्रीट लाइट भी खराब पड़ी हुई है। ऐसे खराब और बंद पड़ी लाइट को ठीक कराने में नगर परिषद जुट गई है।
पिछले दो वर्ष पूर्व ही ईईसीएल कंपनी को शहर के 7200 सौ पोलों पर एलईडी लाइट लगाने का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन कंपनी के कर्मियों शहर के मुख्य मार्गाें सहित गली मोहल्लों में वार्ड पार्षदों चुनिदा जगहों पर मात्र 3600 सौ लाइटें लगाकर छोड़ दिया गया। लाइट लगाने जाने के कारण एक वर्ष के अंदर ही आधी लाइटों ने खराब हो गया। लाइट खराब होते गई और धीरे-धीरे गली-मोहल्ले में अंधेरा छाते गया। अब ऐसे लाइटों को ठीक कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि शहर में छह हाईमास्ट लाइट नगर परिषद द्वारा लगाए गए हैं। बांकि बचे सभी हाईमास्क लाइटें विधायक व सांसद के सौजन्य से लगाए गए हैं। नगर परिषद के द्वारा लगाए गए सभी हाईमास्क लाइट जल रही है। वहीं विधायक व सांसद द्वारा सौंपी गयी हाईमास्ट लाइट को पटना से कलपुर्जे मंगाकर ठीक कराने का कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ ईईसीएल कंपनी द्वारा लगाए गए स्ट्रीट एलईडी लाइटों को भी ठीक करवाया जा रहा है। 15 अगस्त तक सभी गली मोहल्लों से लेकर हाईमास्क लाइटों को ठीक कर दिया जाऐगा। ईईसीएल कंपनी द्वारा पहले चरण में 3600 लाईटों को लगाया जा चुका है। बांकि बचे लाइटों में से नगर परिषद को छह सौ लाइटें में मिल चुकी है। तीन हजार लाइटें जल्द उपलब्ध करवाई जाएगी। लाइट मिलने के बाद बांकी बचे शहर के सभी गली मोहल्ले में लाइट लगाकर रौशन किया जाएग।