बुजुर्ग व बच्चों के लिए सावधानी जरूरी : डॉ. प्रभाकर
संवाद सहयोगी किशनगंज कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। ऐसी स्थिति में लोगों
संवाद सहयोगी, किशनगंज : कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। ऐसी स्थिति में लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे भी सावधानी बरतें, जिससे समय रहते कोरोना वायरस को इंडिया से अलविदा कर दिया जाय। ऐसी कोई गलती नहीं करें, जिससे कि इस वायरस के संक्रमण से ग्रसित होने का खतरा उत्पन्न हो जाय। इस समय जो एक-एक घड़ी बीत रही है, उसे बयां करना मुमकिन नहीं है। यह बेहद मुश्किल समय है।
यह जानकारी देते हुए डॉ. प्रभाकर ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे अधिक बच्चों और बुजुर्गों में बना हुआ है। इसका कारण यह है कि बच्चों और बुजुर्गों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। जिस वजह से इनके संक्रमण का खतरा सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षा दोगुना बढ़ जाता है। कोरोना वायरस के कई शुरूआती लक्षण होते हैं। इनमें सांस लेने में तकलीफ, खांसी और नाक बहना शामिल हैं। इस वायरस के संक्रमण के मामलों में अक्सर इसकी शुरूआत बुखार से होती है। इसके बाद सूखी खांसी का प्रकोप होना शुरू होता है। अंत में सांस लेने की तकलीफ शुरू होने लगती है। इन सब परिस्थितियों में व्यक्ति को चाहिए कि संक्रमित रोगियों के नजदीक जाने से बचे। नियमित रूप से हाथों की सफाई करें। जानवरों से भी दूर रहने का प्रयास करे। छींकने-खांसने वाले लोगों के सामने खड़े रहने से बचें। सामने खड़े होने वाले व्यक्ति से दूर बनाकर रखें। नियमित रूप से घर के साथ स्वयं की साफ-सफाई पर ध्यान रखें। कोरेाना वायरस के संक्रमण से ग्रसित किसी भी रोगी का पता चले तो समाज के लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को अवश्य दें।