15 दिनों में पूरा होगा पुल का मरम्मती कार्य, एनएच 327ई पर परिचालन जल्द
किशनगंज। अररिया-गलगलिया राष्ट्रीय उच्च पथ 327 ई पर पौआखाली के समीप क्षतिग्रस्त मिरभिट्ठा पुल क
किशनगंज। अररिया-गलगलिया राष्ट्रीय उच्च पथ 327 ई पर पौआखाली के समीप क्षतिग्रस्त मिरभिट्ठा पुल का निरीक्षण बिहार सरकार के एनएच डिवीजन के अधिकारियों व संवेदक ने किया। मौके पर एनएच डिवीजन अररिया के एसडीई विद्यासागर, जेई उमेश प्रसाद, पुल के निर्माण कार्य एजेंसी के टीएल घनश्याम, पौआखाली थानाध्यक्ष इकबाल अहमद खां आदि मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत का कार्य करीब 15 दिनों में पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही पुन: भारी वाहनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।फिलहाल अभी पुल से होकर भारी वाहनों का परिचालन ठप है।इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए एनएच अररिया डिवीजन के सब-डिविजनल अभियंता विद्यासागर ने बताया कि फिलहाल पुल का निरीक्षण किया जा रहा है।पुल के बीच के पाए के नीचे वाले गाडन में क्रैक आया है,जिसे कंक्रीट को हटाकर मरम्मत किया जाएगा।जबकि पुल के रेलिग का मरम्मत कर लिया गया है।
वहीं दूसरी ओर पुल के पूर्वी हिस्से पर लगा बैरियर के टूट जाने से उत्पन्न अवरोध व इससे हो रहे दुर्घटनाओं की भी जानकारी मौजूद अधिकारियों व कर्मियों को दी गई।हाल ही में पुल पर बाइक की दुर्घटना की भी खबर आई थी,जिससे बैरियर के सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे थे। जिस पर मौजूद सम्वेदककर्मियों व अभियंताओं ने बताया कि शीघ्र ही बैरियर को मरम्मत करा कर ठीक करवा लिया जाएगा।साथ ही बैरियर के कारण किसी भी दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से ऊपरी सिरे पर दोनों ओर रेडियम की पट्टी लगाई जाएगी। जबकि दोनों ओर करीब 100 मीटर की दूरी पर ड्रम का अवरोधक भी लगाया जाएगा।
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पुल क्षतिग्रस्त होने से पौआखाली बाजार वाले रास्ते पर बढ़ा वाहनों का दबाब
विदित हो कि पुल क्षतिग्रस्त रहने के कारण भारी वाहनों का परिचालन पौआखाली बाजार होते हुए डेमार्केट रोड तक हो रहा है।जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पौआखाली के समीप मिरभिट्ठा पुल क्षतिग्रस्त रहने के कारण सैकड़ों की संख्या में भारी वाहनों का आवागमन पौआखाली डे-मार्केट रोड से बदस्तूर जारी है।इससे जहां रास्ते में पड़ने वाले पुलों की स्थिति बदतर होती जा रही है, वहीं भारी दबाव के कारण सड़क भी कराहती नजर आ रही है। बीते कुछ दिनों से इसी पुल पर जिस कदर दुर्घनाएं बढ़ी हैं,उससे स्थानीय प्रशासन की चिताएं बढ़ गई है।भारी वाहनों के परिचालन से इस सड़क के दोनों ओर स्थित दर्जनों स्कूल के बच्चे अब सहमने लगे हैं। साथ ही सड़क के मार्ग में पड़ने वाले चौक- चौराहों और बाजारों में जाम की स्थिति हमेशा बनी रहती है ।आलम यह है कि पैदल चलने वाले व दोपहिया से यात्रा करने वाले अब सड़क पर चलने से डरने लगे हैं। इस सड़क के दोनों ओर बसे ग्रामीण इलाकों में अब रोज धूल-मिट्टी से लोग परेशान हो गए हैं।पौआखाली से पवना तक रोज मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग भी अब मुंह पर कपड़ा लपेटे सैर सपाटे पर जाते देखे जा सकते हैं।सिलीगुड़ी से आने वाली गाड़ियों के लिए ठाकुरगंज से किशनगंज तक जाने के लिए भी अलग रूट बना हुआ है,फिर भी इसी रूट से वाहनों का आना-जाना आम जनों के लिए काफी त्रस्त करने वाला है।