केंद्रीय राज्यमंत्री के आश्वासन पर रेल संघर्ष समिति ने तोड़ा अनशन
किशनगंज। ठाकुरगंज में रेल सुविधाओं से संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर ठाकुरगंज रेलया˜
किशनगंज। ठाकुरगंज में रेल सुविधाओं से संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर ठाकुरगंज रेलयात्री समिति के बैनर तले 16 जनवरी से चल रहा अनशन शनिवार को समाप्त हुआ। आमरण अनशन पर बैठे सभी नौ अनशनकारियों ने केंद्रीय राज्यमंत्री सह दार्जि¨लग सांसद एस.एस. अहलूवालिया से मिले आश्वासन के बाद अनशन तोड़ा। केंद्रीय राज्य मंत्री ने आमरण अनशन स्थल पर डटे अनशनकारियों व ठाकुरगंज प्रखंड की आमजनता के सामने रेलयात्री समिति के सभी मांगों को पढ़कर, जायज ठहराया तथा मौके पर मौजूद सीनियर डीसीएम व डीसीएम के विचार-विमर्श कर रेलवे के तकनीकी पक्ष को रखा और यथाशीघ्र उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि रेलवे के वरीय अधिकारियों द्वारा रेलवे बोर्ड में प्रस्ताव भेजा जाएगा।
जिसपर वे रेलवे बोर्ड की बैठक बुलाकर ठाकुरगंज के आमलोगों की मांगों को पूरी करवाएंगे। इसके बाद उन्होंने सभी अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया। सभी अनशनकारी चौथे दिन कैपिटल एक्सप्रेस की ठाकुरगंज रेलखड़ से परिचालन की मांग पर अड़े थे। केंद्रीय राज्यमंत्री के आने की सूचना से लोगों को उम्मीद जगी और दिन के 12 बजे से ही प्रखंड व आसपास के लोगों समेत महिलाओं की भीड़ जुटने लगी। पूरे स्टेशन परिसर में आम जनता की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मौके पर स्थानीय विधायक नौशाद आलम, पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष देवकी अग्रवाल, उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार चौधरी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित सिन्हा, अर्जुन यादव, विजय शर्मा, अनिल महाराज, मो. सैय्यद, मास्टर सईद, पार्षद प्रतिनिधि मो. खालिक अंसारी, अनिल साह, प्रदीप साह, परेश गणेश, अमल देवनाथ, सुदामा राय, मो. जाहिद आदि मौजूद थे।
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गांधीगिरी कर अनशनकारियों ने मनवाई मांग -
16 जनवरी से 19 जनवरी के बीच यानी चार दिनों तक अनशनकारियों ने अपनी मांगे मनवा ली। गांधीगिरी के रास्ते चलकर रद की गई ट्रेनों का न सिर्फ परिचालन शुरू कराया गया बल्कि ठाकुरगंज स्टेशन पर नहीं रुकने वाली दो ट्रेनों का ठहराव भी करवाने में रेल यात्री संघर्ष समिति सफल रहे। अनशन के पहले दिन ही रेलवे द्वारा 21 जनवरी से बालुरघाट व राधिकापुर ट्रेन चलाने की घोषणा की गई। लेकिन दूसरे दिन ही दोनों ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ कर दिया गया। तीसरे दिन डीसीएम ए. एम. ठाकुर पहुंचे। उन्होंने चेन्नई एक्सप्रेस व दीघा पहाड़िया एक्सप्रेस के ठहराव की मांग मानते हुए दोनों ट्रेनों को शुक्रवार को ठहराव दिया। दोनों ट्रेनें शुक्रवार को समय से रुकी भी। इसके बाद मामला कैपिटल ट्रेन को चलाए जाने की मांग पर अटक गया। जिसे केंद्रीय राज्य मंत्री एस एस आहलूवालिया वालिया के आश्वासन पर मानकर अनशनकारियों ने अनशन तोड़ा।
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ये लोग रहे अनशन में शामिल -
अनशन करने वालो में रेल यात्री समिति के अध्यक्ष बच्छराज नखत, संयोजक सिकन्दर पटेल, मिथिलेश झा, रितेश यादव, संजय यादवेन्दु, निरंजन रॉय, गुरुदेव शरण ¨सह उर्फ गुड्डू ¨सह, रितेश यादव एवं अमृत मंडल शामिल रहे।
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चार लोगों की बिगड़ी तबीयत -
चार दिन के अनशन में चार अनशनकारी की तबियत बिगड़ी। हालांकि तीसरे दिन से ही रितेश यादव व अमृत मंडल की हालत खराब होने लगी थी। लेकिन चौथे दिन दोनों के अलावा सिकन्दर पटेल व गुड्डू ¨सह को स्लाइन लगातार चढ़ाना पड़ा। स्वयं चिकित्सा प्रभारी आदित्य कुमार झा लगातार सबका बीपी व सुगर जांच में लगे थे।