सुदूर ग्रामीण इलाकों के लोगों को मिलेगी टेलीमेडिसीन की सुविधा
किशनगंज। जिले के दूर दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को भी अब बेहतर व विशेषज्ञ चिकि
किशनगंज। जिले के दूर दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को भी अब बेहतर व विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए सरकार द्वारा जिले के स्वास्थ संस्थानों में हब एंड स्कोप प्रणाली से टेलीमेडिसीन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके सफल संचालन को लेकर चयनित प्रखंड चिकित्सकों, प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायकों को सदर अस्पताल में प्रशिक्षण दिया गया।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी विश्वजीत कुमार ने बताया कि अब टेलीमेडिसीन के जरिए भी मरीजों का इलाज किया जाएगा। टेलीमेडिसीन के तहत मरीज अपनी समस्या बताकर विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श ले सकेंगे। स्वास्थ्य देखभाल के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के साथ-साथ चिकित्सा विज्ञान के संकेंद्रण से ग्रामीण और दूरदराज के इलाके में स्वास्थ्य के विभिन्न आयामों की जानकारी विशेषज्ञ चिकित्सक के द्वारा दी जाती है। इस सुविधा के तहत रोगी और विशेषज्ञ चिकित्सक आपस में बात करते हैं। साथ ही ईसीजी, रेडियोलॉजिकल, नैदानिक परीक्षण सहित अन्य चिकित्सकीय जानकारी, इलेक्ट्रॉनिक चिकित्सा, रिकार्ड भेजने और आइटी आधारित हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की सहायता से मिलेगी।
हब एंड स्कोप प्रणाली के तहत मिलेगी सुविधाएं
डीपीएम डॉ. मुनाजिम ने बताया कि ई संजीवनी टेलीमेडिसीन क्रियान्वयन के तहत हब एवं प्रणाली के रूप में कार्यरत होगा। इसमें मरीज पहले एएनएम के पास कॉल करेंगे, फिर एएनएम मरीज की सभी जानकारी लेकर उसे डॉक्टर के पास फॉरवर्ड करेंगी। पाली बार विशेषज्ञ चिकित्सक टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को सलाह देने के लिए उपलब्ध होंगे। इसके तहत चिकित्सकीय शिक्षा, प्रशिक्षण और इसका प्रबंधन तक शामिल है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों से मरीज टेलीफोन पर ही चिकित्सा से संबंधित परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मरीज चिकित्सकीय जानकारी भेज सकते हैं और वीडियो कांफ्रेंसिग के साथ हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर की मदद से रियल टाइम परिस्थितियों में सहायता प्राप्त कर सकते हैं। जिले के छह प्रखंडों में शुरू होगी ई संजीवनी टेलीमेडिसीन
सिविल सर्जन डॉ. श्रीनंदन ने बताया कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की उपलब्धता नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती है।इसके लिए बहादुरगंज प्रखंड के 12, ठाकुरगंज प्रखंड के 10, टेढ़ागाछ प्रखंड के चार, पोठिया प्रखंड के एक, कोचाधामन प्रखंड के 25 उप स्वास्थ्य केन्द्रों में ई संजीवनी टेलीमेडिसीन क्रियान्वयन के लिए एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया है। पीएचसी हब व एचएससी में प्रणाली स्कोप के रूप में काम करेगी। एचएससी स्तर पर एएनएम मौजूद रहेंगी। जहां मरीज आकर अपनी समस्या को बताएंगे। इसके बाद एएनएम मरीज की पूरी जानकारी लेकर ऑनलाइन पीएचसी में उपलब्ध चिकित्सक को कॉल करके मरीज से बात कराएंगी। पीएचसी में पाली बार विशेषज्ञ चिकित्सक टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को सलाह देने के लिए उपलब्ध होंगे।